बेलहर (बांका)। कृषि विभाग द्वारा जमीन का डिजिटल सर्वे शुरू कर दिया गया है। प्रत्येक गांव में तीन से चार किसान सलाहकार और कृषि समन्वयक का टीम गठित की गई है। गठित टीम के सदस्यों को प्रत्येक खेतों तक पहुंचना पड़ रहा है, जहां से विभाग के वेबसाइट पर संबंधित खेतों का लोकेशन डाला जाता है। साइट पर लोकेशन डालते ही भूस्वामी का नाम, पता आदि आ जाता है। फिर खेतों की वर्तमान स्थिति के साथ वेबसाइट पर तस्वीर जारी की जाती है। टीम के सदस्य खेतों की वर्तमान स्थिति से वाकिफ होते हैं। खेत परती या बंजर है या फिर फसल उग रही है। उन खेतों में कौन सी फसल उगती है। सिंचाई का साधन क्या है? बगीचा आदि की जानकारी विभागीय वेबसाइट पर भेजी जाती है।
कयास लगाया जा रहा है कि यह कार्य निकट भविष्य में किसानों के लिए बेहतर साबित हो सकता है। केंद्र सरकार के किसानों को समृद्ध बनाने की योजना धरातल पर उतर सकती है, जिससे किसानों में खुशहाली आएगी। बीएओ संजय कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर खेतों का डिजिटल सर्वे कराया जा रहा है, जिसकी मॉनीटरिंग हम और जिला कृषि पदाधिकारी कर रहे हैं। सर्वे में किसान सलाहकार और कृषि समन्वयकों को लगाया गया है। खेतों की वास्तविक स्थिति को वेबसाइट पर डालना है।