बक्सर : बक्सर के नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत शहर के बीच सिंडिकेट पुल के पास लगी भीषण आग में करीब दो दर्जन लोगों की झोपड़ी समेत अनाज और कपड़े आदि जलकर राख हो गए। देर रात दो बजे के करीब लगी आग में किसीको एक भी सामान निकालने का मौका नहीं मिला। घटना में जूते चप्पल की दुकान समेत करीब एक दर्जन मुर्गियां और दो सुअर भी जलकर मर गए। घटना के बाद सुबह होते ही आक्रोशित लोगों ने मुआवजा को लेकर सिंडिकेट चौक को जाम कर दिया। घटना के सम्बंध में स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार घटनास्थल के पास लगे बिजली के ट्रांसफॉर्मर में सबसे पहले आग लगी थी। उससे निकली चिंगारी से आसपास मौजूद झोपड़ियों में आग लग गई। देर रात दो बजे के करीब हुई घटना के समय सभी अपनी झोपड़ी में सोए हुए थे। जब तक नींद टूटी तब तक आसपास की कई झोपड़ियों में आग लग चुकी थी। आग इतनी तेजी से भड़की कि किसीको अपना एक भी समान तक निकालने का अवसर नहीं मिला और किसी तरह भागकर लोगों ने अपनी जान बचाई।
स्थानीय धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि घटना की सूचना तत्काल फायर ब्रिगेड को दी गई। पर दमकल की गाड़ी जबतक पहुंची तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था। आग लगने के बाद झोपड़ी में रखे दो घरेलू गैस के सिलेंडर विस्फोट की आवाज के साथ उड़ गए और इसके साथ ही उड़ी चिंगारी काफी दूर तक फैल गई जिससे अनेक लोगों का काफी कुछ जल गया। घटना के बाद सुबह होते ही आक्रोशित लोगों ने मुआवजे को लेकर सिंडिकेट चौक जाम कर दिया। हालांकि मौके पर पहुंचे थनाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा और सीओ प्रशांत शांडिल्य के समझाने पर जल्द ही सड़क को खाली कर दिया। 50 मीटर दूर के घरों की गल गई पानी टंकी आग कितनी भयावह थी इसका प्रमाण इसी बात से मिलता है कि घटनास्थल से करीब 50 मीटर दूर सड़क के दूसरी तरफ कई घरों पर लगी पानी की टंकियां पिघलकर नष्ट हो गई हैं, साथ ही कई मकानों की खिड़की में लगे शीशे तक पिघल गए है।
आगलगी में करीब एक दर्जन मुर्गों के साथ दो सुअर के बच्चे भी जलकर मर गए। इसी के बीच जूता चप्पल की एक गुमटी में दुकान थी। इस घटना के बाद किसी का कुछ भी नहीं बचा है और अनेक परिवारों के खाने तक के लाले पड़ गए हैं। -चार दिन बाद थी बेटी की शादी घटना के बाद हाथों में बेटी की शादी का कार्ड लिए रोते बिलखते पनधारी राम ने बताया कि महज चार दिन बाद 22 अप्रैल को उनके बेटी की शादी थी। शादी में बेटी को देने के लिए कपड़े और गहनों के अलावा फर्नीचर और बरातियों के भोजन आदि के लिए एक एक पैसा जोड़कर उन्होंने इंतजाम कर रखा था।
ऐसी आग लगी कि शादी का सारा सामान जलकर राख हो गया। अब क्या बेटी को देंगे और कहा से बारातियों को खिलाएंगे। इस सम्बंध में थनाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल की तीन गाड़ियों को लेकर वे पहुंच गए थे। आग इतनी भयावह और दूर दूर तक फैली थी कि उसपर काबू पाने के लिए तीनों गाड़ियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। करीब दो घण्टे बाद आग पर काबू पाया जा सका पर तबतक सबकुछ राख हो चुका था। गनीमत यही है कि आसपास मौजूद पक्के मकानों को आग लगने से बचा लिया गया, वरना स्थिति और भी भयावह होती।