पटना। लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के सुप्रीमो चिराग पासवान ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के एक बयान पर पलटवार किया है। आरोप लगाया है कि इंसानों को बांटने से इन्हें संतुष्टि नहीं हुई तो अब भगवान के बीच लड़ाई लगाने की कोशिश कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि इस बार शिव और राम के बीच लड़ाई है। उन्होंने खुद को शिव भक्त बताते हुए कहा था कि शिव सबसे शक्तिशाली हैं। उनसे कोई जीत नहीं सकता। चिराग पासवान ने इसी बयान का जवाब दिया है। उन्होंने मुकेश सहनी द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को अपशब्द कहे जाने पर वीआईपी सुप्रीमो को आड़े हाथो लिया। पटना में पत्रकारों से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि कैसे ये लोग राजनीति में धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं और इसका आरोप एनडीए पर लगाते हैं।
चिराग पासवान ने कहा कि सच्चाई यह है कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। इसीलिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के मेनिफेस्टो का हिस्सा है। लेकिन कांग्रेस वालों ने उनका विरोध किया। 500 सालों से ज्यादा समय तक भगवान रामलला टेंट में रहे। उस समय इनकी भावनाएं नहीं आहत हुई। और उनकी संवेदना भी नहीं जागी। आज जब भाजपा ने अपने मेनिफेस्टो को पूरा करते हुए अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण करा दिया तो इन्हें भगवान शिव की याद आ रही है। लेकिन कांग्रेस नेताओं को उस समय भगवान शिव याद नहीं आते जब उनकी अर्धांगिनी शक्ति को खत्म करने की बात उनकी पार्टी के बड़े नेता करते हैं। चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि चुनावी फायदे के लिए कांग्रेस धार्मिक भावनाओं को भड़काने की साजिश कर रही है। मल्लिकार्जुन खरगे जी को जब भगवान शिव की इतनी चिंता हो रही है तो उन्हें राहुल गांधी जी का वह बयान याद आना चाहिए जब उन्होंने शक्ति के विनाश की बात कही थी।
उनका गठबंधन इन्हीं विरोधाभासों में फंसा हुआ है जिसके कारण 2014 में हार हो गई और 2019 में उन्हें कम समर्थन मिला। और इस बार 2024 में कांग्रेस ऑल टाइम लो पर जाएगी। वीआईपी के सुप्रीमो मुकेश सहनी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में गलत शब्द का प्रयोग किए जाने पर चिराग पासवान ने कड़ी आपत्ती जताई। उन्होंने कहा कि भाषा की मर्यादा को तोड़ते हुए मुकेश सहनी निंदनीय कार्य किया है। राजनीति में किसी से भी विरोध हो सकता है लेकिन इसके लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए बल्कि मर्यादित शब्दों में अपनी बात रखनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे देश के गौरव और पहचान हैं।