पटना। तीन दिनों में गंगा के जलस्तर में दो मीटर वृद्धि हुई है। तेज गति से गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। रविवार की सुबह छह बजे दीघा घाट का जलस्तर 45.02 मीटर, गांधी घाट का 44.84 मीटर, हाथीदह का 36.80 मीटर तथा मनेर का 45.73 मीटर जल स्तर था। बुधवार की सुबह छह बजे दीघा घाट का जलस्तर बढ़कर 47.3 मीटर, गांधी घाट का 46.72 मीटर, हाथीदह का 38.72 मीटर तथा मनेर का 47.94 मीटर जल स्तर दर्ज किया गया है। गांधी घाट पर खतरे के निशान से दो मीटर नीचे गंगा बह रही है। जल स्तर वृद्धि का यही रफ्तार जारी रहा तो तीन दिनों में खतरे के निशान के बराबर गंगा बहने लगेगी।
दीघा घाट पर खतरे के निशान से गंगा तीन मीटर तथा मनेर में चार मीटर नीचे बह रही हैं। जल संसाधन विभाग के अभियंताओं के अनुसार, गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि होगी। बाढ़ आने की स्थिति में 128 ऊंचे स्थानों को राहत शिविर चलाने के लिए चयनित कर लिया गया है। जिला प्रशासन गंगा सहित सभी नदियों के जलस्तर वृद्धि पर नजर रख रहा है। जिला आपदा पदाधिकारी डीपी शाही ने बताया कि गंगा दियारा सहित बाढ़ आने की संभावना वाले प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय कमेटी बनाया गया है।बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ सहित प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारी नियमित बैठक कर स्थिति का आकलन कर रहे हैं। गंगा का जलस्तर दो मीटर नीचे है। इसके बाद भी प्रशासन अलर्ट है। खतरे के निशान पर गंगा आती है, तो दियारा क्षेत्र में पानी फैल जाता है। बाढ़ आने के बाद विस्थापितों को ऊंचे स्थान पर ले जाने, तीन बार भोजन देने सहित सभी प्रकार के कार्य के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है। स्थानीय स्तर पर अस्पतालों की जांच कर दवा की उपलब्धता कराई जा रही है।