लंबाई के हिसाब से इस बार भी खिलाई जाएगी दवा
सासाराम । फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर 10 अगस्त से शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन अभियान में इस बार बदलाव किया गया है। इस बार अभियान की शुरुआत हाउस टू हाउस लोगों को दवा खिलाकर की जाएगी। इसके बाद बूथ स्तर पर अभियान चला कर लोगों को दवा खिलाया जाएगा। पिछले साल इस अभियान की शुरुआत बूथ स्तर से की गई थी और उसके बाद हाउस टू हाउस अभियान चलाया गया था लेकिन इस बार इस अभियान में बदलाव किया गया है। इसकी जानकारी देते हुए वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी जयप्रकाश गौतम ने बताया कि एमडी अभियान की शुरुआत 10 अगस्त से की जाएगी और 14 दिनों तक घर-घर जाकर लोगों को एल्बेंडाजोल, डी ई सी एवं आइवरमेक्टिन दवा का सेवन करवाया जाएगा। उसके बाद तीन दिनों तक बूथ अस्तर पर अभियान चलाकर जिले के सभी स्कूलों में स्कूली बच्चों के साथ-साथ, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं सरकारी तथा गैर सरकारी कार्यालय के अलावा भीड़ भाड़ वाली जगहों पर दवा खिलाई जाएगी।
8 गोली का कराया जायेगा सेवन
जय प्रकाश गौतम ने बताया की इस बार रोहतास जिले में एमडीए / आईडीए अभियान चलाया जाएगा जिसमे एक व्यक्ति को 8 गोली का सेवन करवाया जायेगा। जिसमे एकबेंडजोल की गोली 2 वर्ष के ऊपर सभी को खिलाई जायेगी। वही डीईसी की दवा 2 से 5 वर्ष तक के बच्चो को 1 गोली, 6 से 14 वर्ष के लोगों को 2 गोली एवं 15 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को 3 गोली खिलानी है। वही इस बार भी खिलाई जाने वाली आईवरमेक्टीन की दवा 5 वर्ष के ऊपर के लाभार्थियों को हाइट के हिसाब से खिलाई जायेगी। उन्होंने बताया कि 5 साल के ऊपर वाले लोगों को लंबाई के अनुसार आइवरमेक्टिन की दो से चार गोली खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए आशा कर्मियों को एक विशेष प्रकार का हाइट मापने के लिए फीता दिया जायेगा जिसके माध्यम से आइवरमेक्टिन दवा के सेवन कराने में आसानी होगी।
सभी दवा सबके लिए लाभकारी
जिला वेक्टर बोर्न नियंत्रण पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि फाइलेरिया एक अति गंभीर बीमारी है। यदि एक बार हो जाए तो इसे ठीक नहीं किया जा सकताहै। उन्होंने बताया कि 5 साल लगातार अभियान के दौरान दवा खाने से फाइलेरिया होने का चांस एकदम कम हो जाता है। इसलिए इस दवा का सेवन सभी के लिए जरूरी है। इस दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है, इसलिए इस दवा का सेवन सभी लोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि 2 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं के अलावा अति गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को इस दवा का सेवन नहीं कराया जाएगा।