पटना। तृतीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा (टीआरई-3) का आयोजन शुक्रवार से प्रारंभ हो रहा है। पहले दिन 19 जुलाई को 27 जिलों के 404 केंद्रों पर एकल पाली में दोपहर 12:00 से 2:00 बजे तक परीक्षा आयोजित की जाएगी। पहले दिन शिक्षा विभाग के मध्य विद्यालय (कक्षा छह से आठ) में गणित एवं विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत एवं उर्दू विषयों में नियुक्ति के लिए अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि अभ्यर्थियों को केंद्र में प्रवेश परीक्षा प्रारंभ होने की अवधि से एक घंटा पहले तक ही दी जाएगी। जबकि ढाई घंटे पहले से केंद्र में प्रवेश की अनुमति होगी।उन्होंने बताया कि आयोग की वेबसाइट पर एहतियात से संबंधित विस्तृत जानकारी अपलोड है। 20 को 312, 21 को 288 तथा 22 जुलाई को पहली पाली में आठ जिलों के 121 व द्वितीय पाली में दो जिलों के 29 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी।
तृतीय चरण की अध्यापक नियुक्ति परीक्षा में शामिल होने के लिए पांच लाख 81 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। इसके माध्यम से 87 हजार 774 पदों पर नियुक्ति होनी है। सूत्रों के अनुसार, प्राथमिक के लिए 28 हजार 26 पदों के लिए एक लाख 60 हजार 644, मध्य की 19,645 पदों के लिए दो लाख 13 हजार 940, माध्यमिक की 16 हजार 970 पदों के लिए एक लाख 44 हजार 735 तथा उच्च माध्यमिक की 22 हजार 373 पदों के लिए 61 हजार 986 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। 19 से 22 जुलाई तक राज्य के 27 जिलों में 404 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी। ई-प्रवेश पत्र आयोग की वेबसाइट पर अपलोड है। अभ्यर्थियों को आवंटित परीक्षा केंद्र की जानकारी 17 जुलाई से उनके डैशबोर्ड के माध्यम से मिलेगी।
केंद्र पर कई स्तर की जांच से अभ्यर्थियों को गुजरना होगा। सबसे पहले ई-प्रवेश पत्र को स्कैन कर संबंधित अभ्यर्थी की जांच की जाएगी। जिन अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक अटेंडेंस मैच नहीं करेगा। उनकी अलग से जांच की जाएगी। इसकी जानकारी तत्काल सभी केंद्र डीएम और आयोग कार्यालय में बने कंट्रोल रूम में संबंधित अधिकारी को देंगे। इसके साथ केंद्र के सभी कमरे हाई रेजोल्यूशन वाले कैमरे से युक्त होंगे। 10 हजार से अधिक कैमरे बीपीएससी कार्यालय के कमांड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से सीधे जुड़े होंगे। केंद्र की एक-एक गतिविधि की निगरानी के लिए कई स्तर पर टीम बनाई गई है। अभ्यर्थी को कदाचार करते पकड़े जाने पर आयोग की सभी परीक्षाओं से वंचित किया जायेगा। सभी केद्रों पर जैमर की व्यवस्था की गई है।