पटना : बिहार में हत्या बैंक लूट, डकैती, बलात्कार और अन्य अपराध की वारदातों लेकर विपक्षी दल नीतीश कुमार की सरकार पर हमलावर हैं। विकासशील इंसान पार्टी, VIP सुप्रीमो मुकेश सहनी की पिता की हत्या के बाद यह और तेज हो गया है। शनिवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों में राजद, कांग्रेस और वाम दलों के कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला। पटना आयकर गोलंबर पर सैकड़ो की संख्या में जुटे महागठबंधन नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल का नारा दिया और जुलूस की डाक बंगला चौराहा के रास्ते समाहरणालय तरफ निकल गए। इस दौरान राजद नेताओं ने एनडीए की सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। लेकिन इससे पहले मार्च में शामिल कुछ कार्यकर्ताओं ने डाकबंगला चौराहे पर ही पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ दिया था। बिहार में विधि व्यवस्था के मुद्दे पर शनिवार को पूरा विपक्ष सड़कों पर उतर गया और बढ़ते अपराध पर राज्य सरकार को घेरने की कवायद की।
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा करते हुए विपक्षी नेताओं ने कहा कि लालू सरकार पर जंगल राज का आरोप लगाने वाली एनडीए सरकार में अपराध चरम पर पहुंच गया है लेकिन सुशासन का झूठा दावा करने वाली डबल इंजन की सरकार इस पर रोक लगाने में पुरी तरह विफल है। कांग्रेस पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार में गिरती कानून व्यवस्था को लेकर इंडिया गठबंधन की ओर से शांतिपूर्ण प्रतिरोध मार्च का आयोजन किया गया था। लेकिन सरकार ने इस पर भी जगह-जगह बार बैरिकेडिंग खड़ा करके रोक लगाने की कोशिश की। यह सरकार की मंशा जाहिर करती है कि भारतीय जनता पार्टी और जदयू को प्रजातांत्रिक मूल्यों में भरोसा नहीं है। यह लोग लाठी के बल पर शांतिपूर्ण विरोध को भी दबाना चाहते हैं। स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि घर में घुसकर बड़े नेताओं के संबंधियों की हत्या हो रही है। भाकपा माले के विधायक महबूब आलम ने रोष पूर्ण प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज बुलंद की।
उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध की घटनाएं बेतहाशा बढ़ रही हैं। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। दलितों पर हमले हो रही हैंऔर सरकार का विरोध करने वाली आवाज को लाठी डंडे के बल पर दबाया जा रहा है। राजद नेता भोला यादव ने कहा कि अब बिहार में इस सरकार का रहना कहीं से उचित नहीं है। हम सब मिलकर इसे उखाड़ फेंकेंगे। इधर आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि बिहार में विधि व्यवस्था को दुरुस्त करने की सरकार की मंशा ही नहीं है। सिर्फ समीक्षा बैठक से कुछ नहीं होने वाला है बल्कि इसे कार्यान्वित करना पड़ेगा। उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक में दोनों डिप्टी सीएम नहीं आए। यह लोग शुरू से ही जंगल राज का नाम लेकर सत्ता हथियाते रहे। आज इन्हें बताना चाहिए कि घर में हत्या क्यों हो रही है।