मुजफ्फरपुर। पुलिस की गश्ती व्यवस्था को धता बताते हुए बेखौफ बदमाशों ने शुक्रवार रात कांटी थाना क्षेत्र के छपरा काली मंदिर के समीप एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। युवक की पहचान कथैया मुशहरी के दीपक सिंह उर्फ चंदन के रूप में हुई है। वह नल जल योजना में डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम करते थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद व कांटी थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। प्रारंभिक जांच में लूटपाट के दौरान गोली मारकर हत्या की बात सामने आई है। पुलिस बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है। बताया गया कि दीपक पूर्वी चंपारण की तेतरिया पंचायत में नल जल योजना में डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम करते थे। कार्यालय का काम खत्म करने के बाद कथैया स्थित घर आए। इसके बाद रात करीब नौ बजे वह अहियापुर के कोल्हुआ स्थित डेरा के लिए बाइक से निकले।
बैग में लैपटाप व विभाग के कई तरह के कागजात उनके पास थे। इसी क्रम में बाइक सवार तीन बदमाशों ने फोरलेन पर उन्हें ओवरटेक कर रोकने को कहा। नहीं रुकने के बाद कांटी छपरा काली मंदिर के समीप बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। गोली उनके सीने में लगी और वह बाइक से गिर गए। इसके बाद लूटपाट कर बदमाश वहां से हथियार लहराते हुए भाग निकले। गोली की आवाज सुनने के बाद मंदिर में रुद्राभिषेक के लिए जुटे लोग मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना कांटी थाने की पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस कांटी फोरलेन पर दामोदरपुर स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गई, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने उनके पास से मिले कागजात के आधार पर स्वजन से संपर्क किया। इसके बाद उनके स्वजन वहां पहुंचे। घटना के बाद स्वजन में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। विदित हो कि कांटी इलाके में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं।
बावजूद थानाध्यक्ष की कार्यशैली में सुधार नहीं हो रहा है। इसके कारण इलाके के लोगों में आक्रोश है। पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि पुलिस की विफलता के कारण कांटी इलाके में एक सप्ताह के अंदर कई आपराधिक घटनाएं हुई हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि वे शनिवार को इन सभी घटनाओं को लेकर वरीय पुलिस अधिकारियों से मिलकर स्थिति से अवगत कराएंगे। लूटपाट के दौरान गोली मारकर हत्या जैसी बड़ी घटना के बाद इस संबंध में जानकारी व बयान लेने के लिए डीएसपी पश्चिमी व कांटी थानाध्यक्ष के सरकारी मोबाइल पर कॉल की गई तो कोई रिस्पांस नहीं मिला। कई बार कॉल करने के बाद भी दोनों पुलिस अधिकारियों ने सरकारी मोबाइल को रिसीव नहीं किया, जबकि मुख्यालय का आदेश है कि घटना के बाद संबंधित पुलिस अधिकारी बयान जारी करेंगे।