फाइलेरिया अपंगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण
सासाराम। फाइलेरिया यानी हाथीपांव उन्मूलन अभियान को लेकर आगामी 10 अगस्त से शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन अभियान से जुड़कर दवा करने के लिए लोगों को लगातार प्रेरित किया जा रहा है। विभिन्न गतिविधियों एवं जागरूकता के माध्यम से लोगों को इसके दुष्प्रभाव के बारे में बताया जा रहा है। जिला स्वास्थ्य समिति के साथ-साथ फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में सहयोगी संस्थाएं भी सभी स्तर से लोगों को जागरुक कर दवा सेवन करने के लिए प्रेरित कर रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि फाइलेरिया के दौरान दी जाने वाली दवाई सुरक्षित है और इसके सेवन से खुद के साथ अपने परिवार एवं आसपास के लोगों को भी इस खतरनाक बीमारी से बचाया जा सकता है।
दवा सेवन कर खुद के साथ बच्चों को भी कर सकते है सुरक्षित
सीडीओ सह फाइलेरिया के नोडल पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि फाइलेरिया एक अति गंभीर बीमारी है और इसका लक्षण मुख्यत: 10 से 12 वर्षों के बाद दिखाई देता है । यदि एक बार यह बीमारी उभर कर सामने आ गई तो इसे ठीक नहीं किया जा सकता है। परंतु इस बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है। फाइलेरिया के लक्षण किस में है इसका अनुमान नहीं लगा सकते हैं परंतु फाइलेरिया के परजीवी को समाप्त किया जा सकता है। डॉ राकेश कुमार ने बताया कि यह एक संक्रामक बीमारी है इसलिए इस बीमारी से खुद के साथ-साथ घर के सभी सदस्यों को बचाने के लिए जिम्मेदारी हम सब पर होती है। उन्होंने कहा कि एमडीए अभियान के दौरान खिलाई जाने वाली दवा का सेवन जरूर करें और इससे खुद के साथ-साथ अपने बच्चों एवं घर के अन्य सदस्य को भी सुरक्षित रखने में अपनी अहम भूमिका निभाएं।
लगातार पांच साल खाने से कभी नहीं होती फाइलेरिया
वीडीसीओ जय प्रकाश गौतम ने कहा कि फाइलेरिया गंभीर बीमारी है। समाज के उत्थान और उन्नति के लिए सभी को फाइलेरिया मुक्त होना बहुत जरूरी है। फाइलेरिया मुक्त समाज से ही हमारा भविष्य सुरक्षित होगा। उन्होंने बताया कि देश में अपंगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण फाइलेरिया है। रोहतास जिले में 2000 के आसपास हाथीपांव (फाइलेरिया) के मरीज है। यह जितनी जटिल बीमारी है,उतना ही सरल इसका निदान भी है। एमडीए (सर्वजन दवा सेवन ) अभियान के तहत फाइलेरिया रोधी दवाओं का लगातार पांच साल सेवन करें और बीमारी से सुरक्षित रहें। इसके लिए हमें तत्पर रहना होगा। अपनी सहभागिता निभानी होगी। इसलिए 10 अगस्त से चलने वाले सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत खुद भी फाइलेरिया रोधी दवा खानी है और अपने आस पड़ोस के लोगों को भी इसके उपयोग के लिए समझाना है।