डेहरी। जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित सूचना प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी विभाग के तत्वावधान में सोमवार को पाइथन प्रोग्रामिंग का उपयोग करके मशीन लर्निंग पर केंद्रित एक सप्ताह का फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ कुमार आलोक प्रताप, अकैडमीक डायरेक्टर सुदीप कुमार सिंह, आईटी के डीन डॉ अरूणावा डे ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। यह एफडीपीएआई सी टी ई प्रशिक्षण और लर्निंग ए टी ए एल एकेडमी द्वारा प्रायोजित है और सूचना प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी संकाय गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किया गया है। यह कार्यक्रम छः दिनों तक जारी रहेगा। पहले दिन के कार्यक्रम में समन्वयक डॉ अजय कुमार एवं डॉ कन्हैयालाल अम्बष्ठा रहे। कार्यक्रम के पहले सत्र में पाइथन प्रोग्रामिंग और दूसरे सत्र में मशीन लर्निंग के बारे में विस्तृत जानकारियां दी गई।
इस प्रकार की जानकारी से सभी प्रतिभागी काफी लाभान्वित हुए ।उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में लगभग पचास प्रतिभागी प्रत्यक्ष रूप से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं जबकि इसमें कुल 10 सत्र आयोजित होंगे। इन छात्रों के लिए देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थाओं से विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित विषयों पर अपना-अपना व्याख्यान देंगे ।विदित हो कि दक्षिण बिहार प्रांत में यह पहला निजी विश्वविद्यालय है जहां इस प्रकार का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम की सफलता को लेकर कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह ,कुलपति डॉ महेंद्र कुमार सिंह, प्रतिकुलपति डॉक्टर जगदीश सिंह, सचिव गोविंद नारायण सिंह, प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह एवं बोर्ड सदस्य मोनिका सिंह ने आशा व्यक्त की है कि निश्चित रूप से यह प्रोग्राम विश्वविद्यालय एवं बिहार के सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा।