जिले में 31 लाख से अधिक लोगों को खिलाई जाएगी फाइलेरियारोधी दवा
सासाराम। जिला परिषद सभागार में बीपीएम अरविंद कुमार, प्रियंका कुमारी एवं स्वतंत्र कुमार सिंह की मौजूदगी में बुधवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए मुखिया का एमडीए को लेकर उन्मुखीकरण किया गया। पीसीआई इंडिया के जिला समन्वयक आशीष रावत ने वहां मौजूद जनप्रतिनिधियों को फिलरिया बीमारी से अवगत कराया। अशीष रावत ने बताया की फाइलेरिया को हाथीपांव के नाम से भी जानते है। यह ठीक न होने वाली बीमारी है। उन्होंने बताया की थोड़ी सावधानी बरत कर इस बीमारी को होने और फैलने से रोका जा सकता है। सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत कुछ दवाओं का सेवन कर इस बीमारी को होने से रोका जा सकता है। उन्होंने वहां मौजूद जनप्रतिनिधियों को इस बीमारी के फैलने का कारण और रोकथाम के उपायों को विस्तार से बताया। साथ ही उन्होंने फाइलेरिया से बचाव और संक्रमण के रोकथाम के लिए 10 अगस्त से प्रारंभ हो रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी से सहयोग की अपील की। मौके पर पीसीआई इंडिया के ब्लॉक समन्वयक अमित कुमार रावत भी मौजूद रहें।
एमडीए अभियान के लिए तैयारियों को दी जा रही गति
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी जयप्रकाश गौतम ने बताया कि रोहतास जिले में एमडीए अभियान को लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है।। साथ ही माइक्रो प्लान भी तैयार कर लिए गए है, उन्होंने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक सामग्री जिला को उपलब्ध करा दी गई है जहां से सभी प्रखंडों को उपलब्ध कराई जा रही है। अभियान को सफल बनाने के लिए तैयारियों को गति दी जा रही है। जयप्रकाश गौतम ने बताया कि रोहतास में एमडीए अभियान के दौरान 31 लाख से अधिक लोगों को दवा सेवन कराया जाएगा। इसके लिए तीन हज़ार से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया जाएगा।
फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा सेवन जरूरी
जिला वेक्टर बोर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी सह सीडीओ डॉ राकेश कुमार ने कहा कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है और इस बीमारी की पहचान 10 से 12 वर्ष के बाद ही होती है। ऐसे में सावधानी बरतना अति आवश्यक है। साथ ही इस रोग से बचा जाए इसके लिए जरूरी है की सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत दी जाने वाली एल्बेंडाजोल, डीईसी एवं आइवरमेक्टिन का सेवन जरूर करें। उन्होंने बताया कि दवा सेवन से फाइलेरिया होने का खतरा कम हो जाता है।