भागलपुर। बांग्लादेश में तख्तापलट से भागलपुर के सिल्क कारोबार पर बुरा असर पड़ा है। नाथनगर के बुनकरों का करीब पांच करोड़ का तसर और तसर कटिया कपड़ा वहां फंस गया है। इन्हें डर है कि आंदोलन की आड़ में भागलपुरी सिल्क को वहां के लोग आग न लगा दें। कारोबारी वहां के व्यापारियों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, पर उनसे बात नहीं हो पा रही है। इससे इनकी चिंता और बढ़ गई है। बिहार बुनकर कल्याण समिति के सदस्य अंलीम अंसारी ने बताया कि केवल नाथनगर से चार से पांच करोड़ का कपड़ा प्रत्येक माह बांग्लादेश भेजा जाता है। यहां से व्यापारी अपना माल कोलकाता भेजते हैं।
वहां से कपड़ा बांग्लादेश भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश के कारीगर कढ़ाई के काम में माहिर हैं। वे भागलपुरी सिल्क में कढ़ाई करने के बाद उसे कोलकाता भेज देते हैं। वहां से माल भागलपुर आ जाता है। अनुमान के अनुसार, पांच करोड़ का माल बांग्लादेश में फंसा हुआ है। अलीम अंसारी ने बताया कि नाथनगर समेत जिले से कई लोग बांग्लादेश आते-जाते रहते हैं। संभावना है कि नाथनगर के 20 से ज्यादा लोग वहां फंसे हुए हैं। कौन-कौन वहां फंसे हैं इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। कुछ लोगों का पता चला है। उनके परिवार से संपर्क किया जा रहा है।