नालंदा में 20 साल के एक युवक को अगवा कर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई। मामला मानपुर थानाक्षेत्र के नेवाजी बीघा के पास गोड़धोबा नदी का है। मृतक की पहचान सिलाव थानाक्षेत्र के डोडाचक निवासी अशोक यादव के बेटे गणेश कुमार (20) के रूप में की गई है। गणेश वर्तमान में अपने ननिहाल नेवाजी बीघा गांव में रह रहा था। शव घर से एक किलोमीटर दूर बरामद किया गया है। पास में ही युवक की मोटरसाइकिल भी जली हुई अवस्था में बरामद की गई है। घटना को लेकर गणेश कुमार की पत्नी रिया राज ने बताया कि गांव के ही विक्रम कुमार ने गुरुवार की शाम फोन कर उन्हें बाहर बुलाया। फिर गणेश कुमार की हत्या करवा दी गई। पहले अपराधियों ने आंख फोड़ दी, फिर चाभी से शरीर में गोद दिया और बेरहमी से हत्या कर गणेश के भाई कुंदन कुमार ने बताया कि गांव में कुछ लोग साइबर क्राइम से जुड़े हुए हैं, जिसकी सूचना उसका भाई लोकल पुलिस को देता था। इसकी भनक साइबर अपराधियों को लग गई थी। इसके बाद अपराधी गणेश कुमार की हत्या करने की साजिश में जुट गए। कुंदन ने आगे बताया कि उनका भाई गणेश दीपनगर थानाक्षेत्र के ग्रीन व्यू होटल के पास रुका हुआ था।
तभी आठ मोटरसाइकिलों पर सवार कुल 16 लोग आए और उसके भाई को वहां से घसीटते हुए मारपीट करते हुए ले गए। फिर घोड़ाघाट के पास उसकी हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया और उनके भाई की मोटरसाइकिल को भी आग लगा दी गई। शुक्रवार की सुबह भाई का शव बरामद किया गया। सदर एसडीपीओ नूरुल हक ने पुलिस मुखबिर होने की बात से इनकार करते हुए कहा कि गुरुवार की शाम सूचना मिली थी कि गणेश के साथ गांव में कुछ लोगों द्वारा मारपीट की जा रही है। तत्काल मानपुर पुलिस गांव पहुंची जहां गणेश नहीं मिल सका। परिजन द्वारा गांव के कुछ लोगों का नाम बताया गया, जिनके द्वारा घटना को अंजाम देने की बात कही गई है। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। अभी तक परिवार द्वारा लिखित आवेदन नहीं मिला है। लिखित आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर बारीकी से छानबीन में जुट गई है। गणेश कुमार ट्रैक्टर चलवाने का काम करता था। वह पूर्व में दो बार जेल जा चुका है। गणेश दो भाई और एक बहन में दूसरे नंबर पर था। चर्चा है कि साइबर अपराधियों से गणेश कुमार पैसे की मांग करता था। पैसे न देने पर पुलिस को उनके बारे में जानकारी देने की बात कहता रहता था।