रोहतास। मंगलवार को 75 वें वन महोत्सव पर भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के सौजन्य से जिले के मदनपुर वन प्रक्षेत्र,उमगा सुरक्षित वन अंतर्गत भीतर दोकरी मे अरन्य एक आकाशीय वृक्षारोपण पहल के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमे पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग,बिहार सरकार के मंत्री डॉ.प्रेम कुमार मुख्य अतिथि के रूप मे शामिल हुए।वन संरक्षक एस. सुधाकर,डीएफओ रुचि सिंह एवं बीपीसीएल के महाप्रबंधक रमन मलिक के द्वारा मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ,साल एवं एक पौधा देकर सम्मानित किया गया।इस दौरान बिहार सरकार के मंत्री ने पेड़ पौधों के महत्व को समझाते हुए बताया कि,अरन्य एक आकाशीय वृक्षारोपण पहल बीपीसीएल का एक महत्वपूर्ण एवं सराहनीय पहल है।इससे ना सिर्फ पहाड़ी क्षेत्रों मे पेड़ पौधों की संख्या बढ़ेगी बल्कि,घर के पास अगर 10 पेड़ हो तो वहां रहने वालों की आयु 7 वर्ष बढ़ जाती है। पेड़ से छाया, जानवरों का चारा, मनुष्य का भोजन, फल फूल, औषधि गोंद, छाल लाखो टन झड़े पत्तों के सड़ने से जैविक खाद बनता है। सीड वॉल के माध्यम से नंगे पहाड़ को पेड़ों से आच्छादित करेंगे।उन्होंने कहा कि,औरंगाबाद जिला मगध प्रमंडल का प्रमुख जिला है।आज पुरी दुनिया जलवायु संकट से जूझ रही है।जिससे सुखा,जल संकट,कई तरह के बीमारियां फैल रही है।आज हम भौतिकतावादी मे दिन प्रतिदिन पेड़ को नष्ट कर रहे है।
जिससे पुरी धरती पर पर्यावरण असंतुलित होकर मानव जीवन को प्रभावित कर रही है।हमारे देश के प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी ने एक पेड़,मां के नाम से लगाने का संदेश दिया था।हर व्यक्ति को अपने घर के आसपास या अपने क्षेत्रों मे एक पेड़ लगानी चाहिए।अरन्य एक आकाशीय वृक्षारोपण पहल के तहत उमगा पहाड़ के आस पास 25 हजार सीड बॉल के माध्यम से पेड़ लगाए जाएंगे।साथ ही इस ऐतिहासिक पर्वत पर एक औषधि उद्यान बनाने की बात कही।उन्होंने बताया कि,बिहार और झारखण्ड बंटवारे के दौरान बिहार मे वन क्षेत्रों ला दायरा बहुत कम था।लेकिन,आज केंद्र सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री के एक सराहनीय पहल पर वन क्षेत्रों मे बढ़ोतरी हुई है।यह पायलट प्रोजेक्ट औरंगाबाद,गया और नवादा तीन जिलों मे क्रियान्वयन किया गया है।वित्तीय वर्ष 2024 -2025 मे कुल 4 करोड़ 68 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
जिसमे 2 करोड़ पुरा हो गया है।बाकी लक्ष्य सितंबर तक पुरा कर पूरे पहाड़ी इलाके को हरित चादर के रूप मे विकसित किया जायेगा।इस दौरान उन्होंने वृक्षारोपण एवं जल संचय के लिए शिलापट का उद्घाटन किया।ड्रोन के माध्यम से सीड बॉल का छिड़काव कर लोगों को अधिक से अधिक संख्या मे पेड़ लगाने के लिए उत्साहित किया।वन सुरक्षित क्षेत्र उमगा के भीतर दोकरी मे पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री एवं अन्य पदाधिकारियों के द्वारा वृक्षारोपण का कार्य किया गया।बिहार सरकार के मंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे।थानाध्यक्ष राजेश कुमार के नेतृत्व मे हर चौक चौराहे पर पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। इस दौरान पूर्वी क्षेत्र मानव संसाधन विभाग के प्रमुख जॉन बोस्को, बिहार झारखण्ड के प्रबंधक नितीश भारती,रिटेल के कार्यकारी अधिकारी रमेश जी मीना,प्रबंधक अमित राज सहित औरंगाबाद वन प्रमंडल के अधिकारी एवं बीपीसीएल के अन्य अधिकारी मौजूद थे।