हांथीपांव से पीड़ित लोगों को ऑपरेशन नहीं कराने की दी जा रही सलाह
सासाराम। फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है। इसके उन्मूलन को लेकर सरकार द्वारा प्रतिवर्ष सर्वजन दवा सेवन अभियान चला कर लोगों को इस गंभीर बीमारी से बचाने का कार्य किया जा रहा है। सरकार हर वर्ष एमडीए अभियान चलाती है। इस बार भी 10 अगस्त से सर्वजन दवा सेवन अभियान चला कर लोगों दवा सेवन कराया जा रहा है और इस गंभीर बीमारी से बचाने का कार्य किया जा रहा है। अभियान के दौरान लोगों को तीन तरह की दवाई खिलाई जा रही है जिसमें अल्बेंडाजोल डीईसी एवं आइवरमेक्टिन नामक दवा शामिल है। फ़ाइलेरिया की दवाओं का सेवन 5 साल तक लगातार अभियान के दौरान कर लिया जाए तो फाइलेरिया होने का खतरा खत्म हो जाता है।
सिर्फ दवा ही है बचाव
सिविल सर्जन डॉक्टर मणिराज रंजन ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है और इसका लक्षण 12 से 15 वर्ष के बाद दिखाई देता है। एक बार यह लक्षण दिखाई देने के बाद यह बीमारी कभी ठीक नहीं होता है। उन्होंने बताया कि हाथीपांव को ऑपरेशन से भी ठीक नहीं किया जा सकता है। इसलिए इसे अति गंभीर बीमारी माना गया है। हाथीपांव बीमारी से बचने के लिए सिर्फ दवा ही एक उपाय है और इस दवा का सेवन प्रतिवर्ष अभियान चला कर कराया जाता है।
निर्भीक होकर करें दवा का सेवन
सिविल सर्जन ने बताया कि कहीं-कहीं दवा को लेकर लोगों में अभी भी नकारात्मक सोच बैठी हुई है कि दवा खाने से किसी प्रकार की बीमारी हो जाएगी, परंतु यह पूरी तरह से गलत हैं। जिस तरह से कोरोना काल में हम लोग कोविड के टीका से डरते थे लेकिन वह हमारे लिए कारगर साबित हुआ। इसी तरह से यह दवा भी पूरी तरह से कारगर है। सिविल सर्जन ने बताया की दवा का किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं है बल्कि यह दवा लोगों को विकलांग होने से भी बचाती है।
हाथीपांव पीड़ित न कराएं सर्जरी
वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी जयप्रकाश गौतम ने भी बताया कि हाथीपांव के लिए कोई ऑपरेशन नहीं है, इसलिए जो लोग भी ऑपरेशन के लिए सोच रहे हैं वे लोग हाथीपांव का ऑपरेशन नहीं करवाएं। उन्होंने बताया कि हाथीपांव पीड़ितों के लिए सरकार द्वारा विशेष चप्पल एवं देखभाल के लिए एमएमडीपी किट मुहैया कराई जाती है। परंतु जो लोग हाथीपांव से पीड़ित नहीं है वे लोग भी अभियान के दौरान दवा का सेवन करके खुद के साथ-साथ अपने घर के लोगों को भी इस गंभीर बीमारी से बचा सकते हैं। वही एमडी अभियान में सहयोग कर रही पिरामल स्वास्थ्य के हेमंत कुमार एवं पीसीआई इंडिया के डीएमसी आशीष रावत ने बताया कि दवा सेवन को लेकर कही कहीं लोगों में गलत भ्रांतियां देखी जा रही है, इसको लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जागरूकता के माध्यम से दवा को लेकर लोगों में बैठी भ्रांतियों को समाप्त किया जा रहा है और उन्हें दवा सेवन करवाया जा रहा है।