मोतिहारी: मोतिहारी के घोड़ासहन थाना के कांड संख्या 360/24 में दिलचस्प मोड़ आ गया है। यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय भी बना हुआ है कि वाहन चोरी मामले का खुलासा कर अपनी पीठ थप-थपा रही पुलिस ने इसी मामले में उस व्यक्ति को भी जेल भेज दिया है जो स्वतंत्र गवाह बना था। घोड़ासहन पुलिस उक्त कांड में मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में पांच युवकों को जेल भेज चुकी है। इसमें विवेक घोषाल भी जेल गया है। बताया जा रहा है कि विवेक घोषाल इस मामले में स्वतंत्र गवाह और बरामदगी में जब्ती सूची का भी गवाह है। पुलिस का दावा है कि उसने घोड़ासहन में बढ़ते मोटरसाइकिल चोरी पर अंकुश लगाने के लिए चोरी की पांच मोटरसाइकिलें, रुपये और एक कट्टे को छापामारी कर बरामद किया है। इस उपलब्धि पर घोड़ासहन थाना पुलिस ने अपने थाने पर प्रेसवार्ता का आयोजन किया। उसमें पुलिस ने मोटरसाइकिल चोरी का बड़ा रैकेट चलाने वाले गिरोह का खुलासा करने का दावा किया है।
घोड़ासहन थाने का यह दावा सही भी है। पर कहा जा रहा है कि इसमें एक चूक के कारण मोटरसाइकिल चोर गिरोह के खुलासे की उपलब्धि अब चर्चा में आ गई है। दरअसल, घोड़ासहन थाना पुलिस द्वारा पांच आरोपियों को जेल भेजा गया था। इससे संबंधित बाकायदा एसपी ऑफिस से तस्वीर के साथ एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई। इस प्रेस विज्ञप्ति में गिरफ्तार किए गए मोटरसाइकिल चोर गिरोह पांच बदमाशों का नाम है, उनमें पहला नाम विवेक घोषाल का है। विवेक घोषाल घोड़ासहन थाने द्वारा उसी मामले में दर्ज एफआईआर में स्वतंत्र गवाह भी है। घोड़ासहन थाना कांड संख्या 360/24 में स्वतंत्र गवाह जिसके सामने जब्ती सूची बनी है, वहां भी विवेक घोषाल का ही नाम है। मतलब यह युवक विवेक घोषाल चोर भी है और उसी मामले में स्वतंत्र गवाह भी है। इस मसले को लेकर अब पुलिस के दावे पर सवाल उठ रहे हैं।