पटना: हाल के दिनों में नेपाल और आसपास के राज्यों में लगातार बारिश के कारण गंगा, सोन, पुनपुन, दरधा घाघरा और कमला बलान समेत कई नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। गंगा, पुनपुन और दरधा नदी का जलस्तर में लाल निशान के पार हो चुका है। इस कारण इलाके में बाढ़ का खतरा बढ़ गया। पटना, बक्सर, भागलपुर समेत कई इलााकों के नदियों के जलस्तर बढ़ने से कटाव भी तेज हो गया है। गया के तीन गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। इतना ही नहीं भागलपुर और आरा में भवन नदी में समा गए। जल संसाधन विभाग के अनुसार, पहाड़ों पर बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। पटना के गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान से ऊपर हो गया है। महावीर घाट के निकट पाथ वे पर गंगा का पानी आने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं गायघाट से लेकर कंगन घाट तक राहगीर परेशान हैं।
इतना ही नहीं फतुहा के पास पुनपुन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। दरधा नदी कोल्हाचक के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इधर, इंद्रपुरी बराज से सोन नदी में 5, 45,800 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। प्रशासन से निचले इलाके में रहने वाले लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है। मौसम विभाग के अनुसार, बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद समेत आसपास के जिलों में वज्रपात और बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने इन इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की मानें तो इन इलाकों में अगले एक से तीन घंटे के बीच हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। यहां हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने के आसार हैं। मौसम विभाग ने इन इलाकों में वज्रपात का भी अलर्ट जारी किया है।