शिवसागर : प्रखंड मुख्यालय स्थित किसान सभागार में गुरुवार को दूसरी बार पंचायत समिति सदस्य की बैठक स्थगित हुआ। जिसका मुख्य कारण प्रतिनिधि के पतियों पर सभा मे आने से रोक लगा दिया गया था। नये वित्तिय वर्ष में पंचायत समिति सदस्य की बैठक दूबारा स्थगित करनी पड़ी।पहली बैठक हफ़्ते पहले आयोजित की गई थी जिसमे अधिकारियों की गैरहाजिरी से पंचायत प्रतिनिधियों ने आपत्ति जताई थी और अधिकारियों को स्थगन का कारण बता कर पंचायत समिति सदस्य की बैठक रद्द कर दी गई।वही दूसरी बैठक 4 मई को आयोजित करना था। लेकिन बैठक के दौरान निर्वाचित पंचायत समिति सदस्य के जगह हमेशा की तरह पति मौजूद थे।जिसपर अधिकारियों द्वारा आपत्ति दर्ज करने पर प्रतिनिधि पतियों ने हंगामा कर दिया।जिसके बाद प्रमूख पति नाराज होकर अपने कार्यालय में प्रमुख प्रेमलता देवी को लेकर चले गए।इसके बाद अधिकारियों ने प्रतिनिधियों के लौटने का काफी इंतजार किया।नही आने की स्थिति मे अगले तिथि आने तक बैठक को स्थगित कर दिया गया।
इस घटना को लेकर स्थानीय प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि बैठक मे केवल निर्वाचित पंचायत समिति सदस्यों की उपस्थिति को लेकर सभी प्रतिनिधियों को पहले ही सूचना दी गई थी।लेकिन इस आदेश का प्रतिनिधि पतियों द्वारा अहवेना किया गया जो सरासर पंचायती राज कानून का उलंघन है। उंन्होने कहा कि बिहार सरकार के नियमवाली के अनुसार योजना या किसी भी संबंधित बैठक मे सिर्फ निर्वाचित प्रतिनिधि ही शामिल हो सकते है। इसके आलेख में प्रखंड मुख्यालय पर पंचायत के किसी भी बैठक मे निर्वाचित प्रतिनिधि ही शामिल किए जाएंगे। इस नियम का सख्ती से पालन किया जाएगा। उंन्होने कहा कि शिवसागर प्रखंड प्रमुख प्रेमलता देवी से विचार विमर्श करने के बाद अगले तारीखों का एलान किया जाएगा।