- लगभग पांच घंटो तक चले जॉच में टीम के हांथ लगे कई अहम दस्तावेज
सासाराम। रोहतास सिविल सर्जन डॉक्टर केएन तिवारी और जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक अजय कुमार सिंह के ऊपर लगाए गए आरोपों की जांच करने के लिए शनिवार को दो सदस्यीय टीम सासाराम सदर अस्पताल पहुंची। बता दें कि क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं पटना प्रमंडल द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच दल में क्षेत्रीय उपनिदेशक डॉ अमरेंद्र नारायण साही, क्षेत्रीय उपनिदेशक (एनसीडी) डॉक्टर प्रदीप नंदन शामिल थे। जांच टीम के दोनों सदस्यों ने तकरीबन 5 घंटे सदर अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय एवं डीपीएम कार्यालय में अलग अलग पूछताछ भी की गई। जिसमे कई जानकारियां भी जांच टीम को हाथ लगी। दोनो कार्यालय से मिली सभी कागजातों का गहन जांच किया। लगभग 5 घंटे तक चले जांच में जांच दल को कई अहम सबूत भी हांथ लगे है। हालांकि उन सबूतों को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है और ना ही मीडिया कर्मियों को इसकी जानकारी दी गई है। माना जा रहा है कि सिविल सर्जन डॉक्टर केएन तिवारी एवं डीपीएम अजय कुमार के मिलीभगत से हुए घोटालों की फाइल जांच दल के हाथ लगी है। अब देखना होगा कि जांच दल के हाथों लगे दस्तावेजों से क्या परिणाम निकल के सामने आते हैं। बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व महासचिव रामरूप सिंह के द्वारा सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी एवं डीपीएम अजय कुमार पर कई घोटालों को लेकर शिकायत की गई थी, जिसमें वर्तमान जिला अधिकारी धर्मेंद्र कुमार को प्रभावित कर सीएस और डीपीएम ने स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न मदो में सरकारी राशि की लूट एवं गबन करने के साथ-साथ स्वास्थ विभाग बिहार पटना एवं मंत्रिमंडल सचिवालय बिहार पटना के आदेश के विपरीत स्थानांतरण एवं प्रतिनियुक्ति, उद्योग चलाकर आय से अधिक संपत्ति अर्जित सहित कई आरोप लगाए थे। रामरूप सिंह की शिकायत पर क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं पटना प्रमंडल के द्वारा दो सदस्यीय टीम बना कर जांच का आदेश आदेश निर्गत किया गया था। इसके अलोक में जांच टीम के अधिकारियों ने सिविल सर्जन कार्यालय एवं डीपीएम कार्यालय में लगभग 5 घंटे जांच कर कई अहम दस्तावेज हासिल कर यहां से रवाना हुए।