सासाराम। सासाराम नगर निगम एक बार फिर नगर आयुक्त एवं जनप्रतिनिधि आमने सामने दिखाई दे रहे हैं। मेयर सहित कुछ वार्ड पार्षद नगर आयुक्त पर मनमानी कार्य करने का भी आरोप लगा रहे हैं। इसको लेकर मंगलवार को सासाराम नगर निगम की मेयर काजल कुमारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि नगर निगम के तहत होने वाले विकास के कार्यों पर नगर आयुक्त का कोई ध्यान नहीं है। परंतु नगर निगम के नगर आयुक्त अपनी सुविधाओं को लेकर ज्यादा चिंतित दिखाई दे रहे हैं। मेयर ने कहा कि नगर निगम अंतर्गत सभी वार्ड में साफ-सफाई, नाली उड़ाही, पेयजल की उपलब्धता के साथ-साथ शहर के विकास एवं सौन्दर्यकरण को लेकर जहां मेहर एवं अन्य वार्ड पार्षद चिंतित है, वही नए नगर आयुक्त इन सभी समस्याओं को दरकिनार करते हुए अपने आराम एवं सुख सुविधाओं के लिए अपने कार्यालय को सौंदर्यकरण करने में लगे हुए हैं।
मेयर काजल कुमारी ने बताया कि नए नगर आयुक्त को आये तीन हप्ते से ऊपर हो गए परंतु इतने दिनों में एक बार भी नगर के विकास को लेकर कोई चर्चा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि बरसात सिर पर है और गर्मी अपने चरम सीमा पर है। ऐसे में शहर में उत्पन्न जलजमाव और जल संकट को लेकर भी नगर आयुक्त पूरी तरह से मौन रूप धारण किये हुए हैं। वही शहर के सबसे विकराल समस्या जलजमाव को लेकर भी अभी तक उन्होंने कोई कारगर कदम नहीं उठाया है।
मेयर ने बताया कि शहर के विकास एवं समस्याओं को दूर करने के लिए कई निर्णय लिया गया है जिसमें शहर में विभिन्न जगहों पर शौचालय, यूरिनल, पेयजल समस्या को दूर करने के लिए वाटर वैट निर्माण, नाली गली एवं स्लैब का निर्माण का निर्णय, एनजीओ के माध्यम से नाला उड़ाही कराने की स्वीकृति, नगर निगम की दुकानों का भौतिक सत्यापन का निर्णय, आम जनों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क का व्यवस्था का निर्णय, शहरी क्षेत्र में पेयजल के लिए चापाकल एवं पाइप मरम्मत हेतु मैनपावर रखने की स्वीकृति, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत उपकरण एवं डस्टबिन क्रय करने की स्वीकृति सहित कई विकास के कार्यों की स्वीकृति सशक्त स्थाई समिति द्वारा ली गई है और इसका अनुमोदन को लेकर नगर आयुक्त को दिया गया है, परंतु अभी तक एक भी निर्णय पर नगर आयुक्त की मोहर नहीं लग पाई है। ऐसे में शहर का विकास कार्य पूरी तरह से रुका हुआ है और इसका कोपभाजन जनप्रतिनिधियों को बनाना पड़ रहा है, क्योंकि लोग वार्ड पार्षदों एवं मेयर से ही सवाल कर रहे हैं कि यह समस्या कब दूर होगी।
नगर आयुक्त नगर निगम की राशि का कर रहें दुरपयोग
मेहर काजल कुमारी ने कहा कि नगर आयुक्त सासाराम नगर निगम की राशि का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त द्वारा बिना किसी सूचना, बिना कोई अनुमोदन पारित करते हुए अपने लिए इनोवा क्रिस्टा वाहन को भाड़ा पर लिया है,जिसका प्रतिमाह 36.500 राशि बगैर ईंधन एवं चालक सहित राशि भुगतान नगर निगम को ही करना है, जबकि नगर आयुक्त के लिए पहले से ही स्कॉर्पियो गाड़ी मौजूद है। इनके पूर्व भी नगर आयुक्त स्कोर्पियो से ही नगर निगम के कार्यों के लिए इस्तेमाल करते थे। बावजूद उन्होंने बिना अनुमोदन किए हुए उक्त बहन को किराए पर लिया है, जिससे नगर निगम को प्रतिमा 12,500 एवं प्रतिवर्ष 1 लाख 50 हज़ार राशि का अतिरिक्त बोझ बढ़ रहा है।
साथ ही उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त के लिए पहले से ही कार्यालय बनाए गए हैं परंतु आयुक्त अपने लिए नए कार्यालय का निर्माण करवा रहें है और उस पर भी नगर निगम की राशि खर्च की जा रही है और नगर निगम में हो रहे निर्माण कार्य भी बिना किसी सूचना एवं अनुमोदन का ही कराया जा रहा है। इससे साबित होता है कि नगर आयुक्त मनमाने तरीके से कार्य कर रहे हैं। और शहर की जनता का पैसा बर्बाद कर रहें है। वहीं मौजूद अन्य वार्ड पार्षदों ने कहा कि नगर आयुक्त से मिलने के लिए पार्षदों को घंटों इंतजार करना पड़ता है तब उन्हें इजाजत मिलती है। यदि किसी कारणवश पार्षद कार्यालय नहीं आते हैं औऱ उनके बदले पार्षद के प्रतिनिधि आते हैं तो उनसे मिलने से इंकार कर दिया जाता है। पार्षदों ने कहा कि जिस उम्मीद से जनता ने वोट दिया था वही लोग अब पूछना शुरू कर दिए है कि शहर में बदलाव कब होगा और उनकी समस्या का समाधान कब होगा।