सासाराम। सामाजिक संस्था सबल के द्वारा सोमवार को विश्व बाल मजदूरी दिवस के अवसर पर “उन्मुक्त” अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास शुरू किया गया, जिसके तहत सबल ने शुरुआती चरण में शहर के पुरानी जी टी रोड पर मार्च निकाला गया। साथ ही साथ बाल मजदुरी के खिलाफ शपथ पट पर शपथ हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस दौरान भारी संख्या में इस अभियान के समर्थन में महिलाओं की भी भागीदारी रही। इस अभियान का नेतृत्व कर रहे “सबल सदस्य संतोष कुमार मौर्य” ने बताया की सबल उन बच्चों की शिक्षा के लिए विशेष रूप से समर्पित है जिनका बचपन बाल मजदूरी में गुम है। ऐसे बच्चों के हाथों में कलम थमाने के लिए सबल अपने प्राथमिक शिक्षण केंद्र एक उड़ान के माध्यम से सैकड़ों बच्चों को लाभान्वित कर रहा है। लेकिन ऐसे बच्चों की संख्या सैकड़ों में नही बल्कि अनगिनत है। सरकार के द्वारा ऐसे बच्चों के लिए अनेकों योजनाएं है। और उसी योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर हो इसके लिए सबल ने उन्मुक्त “बाल मजदूरी से मुक्ति” का अभियान छेड़ा है। जिसमे आम जनमानस के सहयोग, दुकानों पर कार्य कर रहे छोटे के बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता, ईट भट्ठों के ईंटों में दबी बचपन को बाहर निकालने के सफल प्रयास में जन जागरूकता प्रमुखता से सहायक होगा।
सदस्यों ने बताया कि सबल पिछले वर्ष भी श्रम अधीक्षक सत्यप्रकाश के निर्देशन में विश्व बाल मजदूरी दिवस के अवसर पर अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई थी। आज के सफल आयोजन में उपस्थित सबल सदस्यों में प्रीति पाण्डेय, प्रिया सिन्हा, सोनम प्रिया, कृतिका साही, रश्मि गौरव, रुद्रांस सिंह, मनीष गुप्ता, गुंजन सिंह, विशाल गुप्ता, मनी प्रकाश सोनी, दिवाकर कुमार, प्रदीप कुमार शर्मा, विवेकानंद कुमार, हर्ष मिश्र एवम अन्य सदस्य उपस्थित रहे। साथ ही साथ अभियान के उद्देश्यों को समझते हुए मौके पर सैकड़ो शहरवासी भी अभियान में अपनी सक्रिय भूमिका दिखाई। सामाजिक सुधार, शहर की स्वच्छता, स्वास्थ्य, भोजन प्रबंधन, नारी सशक्तिकरण जैसे विषयों पर सबल अपनी भागीदारी हर दिन प्रबल कर रहा है जिससे आम जनमानस में सबल के कार्यों को लेकर काफी सकारात्मकता है जिसके परिणाम स्वरूप हर दिन लोग सबल से जुड़कर कभी रक्त प्राप्त करते है तो कभी भोजन वितरण में सहभागी बनकर सबल सदस्य बन रहे है।