- भीषण लू व चिलचिलाती धूप में आम समस्याओं का जायजा लेने के लिए भ्रमण कर रही मेयर काजल कुमारी
सासाराम। एक ओर जहां भीषण गर्मी और चल रही लू की वजह से जिले के प्रशासनिक अधिकारी अपने एसी वाले कार्यालय में बैठे हुए और लोग लू से बचने के लिए घरों में ही रह रहे हैं तो दूसरी और सासाराम नगर निगम की मेयर काजल कुमारी पिछले कई दिनों से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में घूम कर स्थिति का जायजा ले रही है। सोमवार को भी काजल कुमारी शहर के बीचो बीच स्थित पुरानी बस पड़ाव के साथ-साथ बलथुआ स्थित नए बस प्रणाम का भ्रमण करके वहां की वस्तु स्थिति के बारे में जानकारी लिया और यात्रियों से मुलाकात करके उनकी राय जानते हुए बस स्टैंड की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल किया। मेयर काजल कुमारी ने कहा कि सासाराम स्थित पुराने बस पड़ाव से प्रतिवर्ष लाखों का राजस्व आता है परंतु सुविधाओं की बात करें तो यहां बस मालिकों के साथ-साथ आम यात्रियों के लिए भी कोई सुविधा नहीं है। बिजली, पानी, सौचालय तथा साफ-सफाई की व्यवस्था भी कभी देखने को नहीं मिली है और ना ही यात्रियों के लिए उचित बैठने का स्थान देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि शहर का विकास उनका मुख्य मुद्दा है और उसी मुद्दे के साथ उन्होंने मेयर का चुनाव जीता है और अपने वादों को पूरा करने के लिए लगातार प्रयासरत है। परंतु नगर निगम के नगर आयुक्त की मनमानी की वजह से शहर का विकास कार्य पूरी तरह से रुका हुआ है।
उन्होंने बताया कि वे पिछले कई दिनों से शहर के विभिन्न वार्डों का भ्रमण करके गंदगी और जलजमाव की स्थिति की जानकारी ले रही और आम लोगों से मुलाकात करके समस्याओं को जानकारी ले रही है। मेयर ने बताया की बस डिपो के जीर्णोद्धार के लिए कई निर्णय लिए गए है जिसमें पुराने बस डिपो स्थित यात्री विश्राम स्थल का जीर्णोद्धार का कार्य कराने का फैसला नगर निगम के आहूत बैठक में लिया जा चुका है। साथ ही साथ लोगों के लिए पीने का पानी की समस्या को देखते हुए बस डिपो परिसर में वाटर भेंट लगाने का भी अप्रूवल दिया चुका है। बस डिपो परिसर में लाइट की समुचित व्यवस्था करने का भी निर्णय लिया जा चुका है। इसके अलावा शौचालय की व्यवस्था इत्यादि कार्य को कराने की अप्रूवल दी जा चुकी है। सभी फैसलों को लिए हुए तकरीबन ढाई से तीन महीने होने जा रहे हैं। इसके बावजूद भी नगर आयुक्त की वजह से बस डिपो का जीर्णोद्धार का कार्य अधर में लटका हुआ है। उन्होंने कहा की आए दिन लोगों को विभिन्न प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है, यह खेद का विषय है। इसके लिए हम कानूनी विकल्प का सहारा भी ले रहे हैं।