सासाराम। सासाराम एनएच 2 पर दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है दुर्घटनाओं में लोगों की मौत भी हो रही है। रविवार की सुबह भी रोहतास जिला अंतर्गत दरिगांव थाना क्षेत्र के एनएच 2 स्थित महरनियां के समीप ट्रक एवं ट्रैक्टर की टक्कर में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 4 लोग घायल हो गए। मृतक की पहचान कैमूर जिला अंतर्गत भगवानपुर थाना क्षेत्र के धरचोली गांव निवासी मोहन बिंद के 22 वर्षीय पुत्र सुभाष बिंद के रूप में हुई है जो ट्रैक्टर का चालक बताया जाता है। वहीं घायलों में रंजीत सिंह, रितेश पांडे, डब्ल्यू बारी एवं बुधन कुमार शामिल है। घटना की सूचना पर पहुंची दरिगांव थाने की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। वही सभी घायलों को सासाराम सदर अस्पताल स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार की अहले सुबह एनएच2 स्थित महरनियां के समीप ओवरटेक करने के चक्कर में ट्रक ने ट्रैक्टर में जोरदार धक्का मार दिया जिससे ट्रैक्टर चालक सुभाष बिंद की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि ट्रैक्टर पर सवार 4 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। मिली जानकारी के अनुसार ट्रैक्टर पर बालू लदा हुआ था और अचानक ट्रैक्टर खराब हो गया था। ट्रैक्टर को मरम्मत करने के लिए ड्राइवर नीचे उतरा हुआ था और ट्रैक्टर मरम्मत कर रहा था। उसी दौरान उसके पीछे खड़ी अन ट्रैक्टर के लोग भी उतर कर ट्रैक्टर मरम्मत करवाने लगे, तभी तेज रफ्तार से आ रही ट्रक ने सभी को चलते हुए आगे निकल गई जिसमें उक्त ट्रैक्टर चालक की मौत घटनास्थल पर हो गई वही। ट्रक ड्राइवर आगे कुछ दूर जाकर ट्रक छोड़कर फरार होने में सफल रहा। वहीं थानाध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया कि ट्रैक्टर साइड में खड़ी थी और ट्रक ने धक्का मार दिया जिससे ट्रैक्टर पर सवार चालक की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया।
बालू लदे वाहनों की तेज रफ्तार से बढ़ रहा सड़क हादसा
रोहतास जिले में पुराने जीटी रोड के साथ-साथ एनएच 2 पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है और इसमें लोगों की मौत हो रही है। जिसका मुख्य कारण बालू लदे ट्रकों एवं ट्रैक्टरों की तेज रफ्तार बताया जा रहा है। बता दे कि रोहतास जिले में अवैध बालू एवं ओवरलोड बालू की ढुलाई जोरों पर है। ऐसे ट्रकों एवं ट्रैक्टरों के विभिन्न थाना क्षेत्र से पार करने के लिए लाइनर होते हैं, जो विभिन्न थानों की निगरानी करते हुए ट्रकों को पास करवाते रहते हैं। रास्ता क्लियर होने की हरी झंडी मिलते ही ट्रक एवं ट्रेक्टर ड्राइवर अपने वाहनों को लेकर तेज रफ्तार से भागने का प्रयास करते हैं जिस कारण दुर्घटनाएं होती रहती है। स्थानीय लोगों की माने तो रविवार की भी हुई सड़क हादसे में मौत ओवरलोडेड बालू लदे ट्रक ही बताए जाते हैं।