- सासाराम उतरी की जिला पार्षद नेहा नटराज ने सासाराम संसदीय क्षेत्र के लिए ठोकी ताल
सासाराम। सासाराम संसदीय क्षेत्र से सासाराम उत्तरी के जिला पार्षद नेहा नटराज ने अगला सांसद होने का दावा ठोक दिया है। रविवार को स्थानीय कुशवाहा सभा भवन में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए नेहा महाराज ने कहा कि मात्र सड़क, गलियो और नालियों का निर्माण करा देने से विकास नहीं हो सकता है। स्कूल, कॉलेज, रोजगार चिकित्सा के साथ-साथ पर्यावरण की दिशा में भी विकास तेजी से होना चाहिए था लेकिन जिस रफ्तार से विकास होना चाहिए था उस रफ्तार से नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सासाराम संसदीय क्षेत्र का विकास काफी धीमी गति से हो रहा है, या यूं कहें कि संसदीय क्षेत्र में विकास कहीं दिखाई नहीं दे रही है। नेहा नटराज ने कहा कि औरंगाबाद, बक्सर और भोजपुर का विकास गति काफी तेज है वही रोहतास और कैमूर काफी पीछे है। जबकि हमारे यहां कैमूर पहाड़ी पर पर्यटन उद्योग की संभावना सबसे ज्यादा है। कैमूर पहाड़ी पर पर्यटन उद्योग विकसित होने से काफी लोगों को रोजगार मिलेगा और कैमूर पहाड़ी पर पर्यटन क्षेत्र काफी तेजी से विकसित होगा सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार विकास करना चाहती तो है लेकिन केंद्र की सरकार का ध्यान रोहतास एवं कैमूर जिला पर नहीं है और इसके लिए यहां के वर्तमान सांसद दोषी है, क्योंकि रोहतास और कैमूर के विकास के लिए उनके द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि रोहतास और कैमूर को विकसित करना है तो लोगों को परिवारवाद की राजनीति से मुक्ति पाना होगा और इसके लिए मैंने कमरकस लिया है। नेहा नटराज ने कहा कि रोहतास और कैमूर के लोगों को परिवारवाद की राजनीति से मुक्ति दिलाकर रहेंगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान गठबंधन की सरकार यदि मौका देती है और जनता का आशीर्वाद मिला तो निश्चित तौर से रोहतास और कैमूर को बिहार के विकसित जिला के श्रेणी में लाने का प्रयास करूंगी। उन्होंने बताया कि रोहतास और कैमूर का एक बड़ा हिस्सा पहाड़ी क्षेत्रों पर निवास करता है, जहां आज भी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। पहाड़ी क्षेत्रों में सिंचाई, दवाई, पढ़ाई की व्यवस्था आज भी सही नहीं है। नटराज ने कहा कि यहां की जो भौगोलिक स्थिति है वह बिहार में कहीं भी नहीं है। खासकर पर्यटन के क्षेत्र की बात करें तो रोहतास और कैमूर जिले में पर्यटन के असीम संभावनाएं हैं, परंतु इसका उचित इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां के वर्तमान सांसद चाहते तो जिले की कई समस्याओं से लोगों को निजात दिला सकते थे, परंतु सांसद बनने के बाद उन्हें शहर के लोगों से मिलने के लिए भी समय नहीं है। बताते चलें कि नेहा नटराज वर्ष 2016 से जिला पार्षद के पद पर काबिल है और संसदीय क्षेत्र सासाराम के लिए उनका ताल ठोकना राजनीतिक गलियारे में हलचल पैदा कर दिया है। क्योंकि अब सासाराम संसदीय क्षेत्र के लोग भी बदलाव लाना चाह रहे हैं ऐसे में बेदाग छवि वाली नेहा नटराज लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती हैं।