राजपुर। क्षेत्र अन्तर्गत धान की रोपनी शुरू हो गई है.गांव के सभी किसानों की जरूरत एक साथ आन पड़ी है.खेत की जुताई हेतु पानी की आवश्यकता है.नहर से सभी किसानों को पानी नहीं मिल पा रहा है,जिस कारण क्षेत्र के किसानों में हाहाकार मचा हुआ है.किसान माथा पिट रहे हैं,नहर की ओर ताक रहे हैं.सरकार को कोस रहे हैं.क्षेत्र अन्तर्गत स्थापित नहरो में सिंचाई विभाग टेंल एण्ड तक पानी नहीं पहुंचा पा रहा है. सूखी हुई नहर सिंचाई विभाग के खोखले दावों को उजागर कर रहा है।
अमरपुर गांव निवासी किसान संतोष सिंह, धनजी सिंह, अवधेश सिंह, सत्येन्द्र सिंह आदि ने बताया कि राजपुर का ईलाका धान का कटोरा है. अंग्रेजों के जमाने से हीं क्षेत्र अन्तर्गत चार वितरणी तैयार कर नहर का जाल बिछाया गया है. सिंचाई विभाग के शिथिलता के कारण अभी तक नहर से खेतों को पानी नहीं मिल पा रहा है. अमरपुर गांव तक पानी की पहुंच विगत तीन वर्षों से नही नही पहुंच पा रहा है। उन्होंने कहा कि सोन नदी से निकालकर बनाई गई बड़ी नहर आरा लाइन में राजपुर तेतराढ वितरणी पहली छोटी नहर है.इसके भी दो अन्य छोटी शाखाएं मंगरवलिया बिसेनी व डोबडीहा तुर्कवलिया नहर है.
बिसेनी मंगरवलिया वितरणी की स्थिति सबसे ज्यादा बदतर है.किसान बताते हैं कि इस लाइन में पिछले तीन वर्षो से किसानों को पानी नहीं मिल रहा है.किसान भूमिगत जल से खेतों की पटवन कर फसल तैयार करने को विवश व लाचार हैं.मामले में कनिय अभियंता सुभाष कुमार ने कहा कि इलाके के सभी नहरों में पानी की पहुंच टेंल एण्ड तक हो रही है.क्षेत्र अन्तर्गत किसानों की फसल बर्बाद अत्यधिक बरसात एवं दूसरे स्रोतों से जुटने वाली पानी के जलभराव से होती है. खबर का फोटो भी है