राजपुर। स्थानिय बजार के चौक पर बने सामुदायिक शौचालय के दीवाल पर लेखन किया गया है कि शौचालय चालू है, लेकिन ताला बंद कर दिया गया है.नीचे मोबाइल नंबर लिख दिया गया है. ऐसे में लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि जब बजार आये जनता को शौच क्रिया जोर से लगेगी तो उसे फोन करना है अथवा क्या करना है? बता दें कि क्षेत्र के समाजसेवियों के काफी संघर्ष के बाद स्थानीय बाजार के चौक पर सरकार द्वारा पावर ग्रिड कारपोरेशन के मद से जिला परिषद के भूमि पर शौचालय का निर्माण करवाया है. अब बाजार वासियों का ये दुर्भाग्य हीं है कि उद्घाटन करके भी उसमें ताला बन्द कर दिया गया है.
कई धरना प्रदर्शनों व सरकार से मांग के बाद लोगों के मौलिक जरूरतों के लिये स्थानीय चौक पर वर्ष 2021 में बन कर तैयार हुआ सार्वजनिक शौचालय अब गलत सिस्टम का शिकार बन गया है. जन प्रतिनिधियों द्वारा मनमानी रवैया अपनाकर आम जनता का माखौल उडाया जा रहा है. बजार निवासी पप्पू सिंह, भाई जयराम सिंह अकेला, पूर्व जिला परिषद निराला पाण्डेय, पूर्व प्रमुख राजेन्द्र सिंह समेत अन्य लोग बताते हैं कि इस सार्वजनिक शौचालय के उद्घाटन के साथ ही ताला लटक रहा है. लोगों के मल मूत्र त्याग करने की बात छोड़िए, ये लटकते ताले लोगों को आत्मग्लानि महसूस कराने लगी है.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और त्रिस्तरीय पंचायत के चक्की के बीच सार्वजनिक शौचालय झूल रहा है.शौचालय के रख रखाव,साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करना जिस प्रक्रिया के तहत होती है,उसे उद्घाटन के पूर्व कर लेना चाहिए था.जिला परिषद टेंडर करते हुए उस पर एक निश्चित राशि तय कर आम जनता को सुविधा का लाभ उठाने के लिए सुपुर्द कर सकता है. लेकिन सिस्टम के लापरवाही से उद्घाटन के बाद भी शौचालय में लगा ताला लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है.मामले को राजपुर पंचायत के मुखिया रंजू देवी व उनके समाजसेवी पति सतीश कुमार सिंह ने कहा कि शौचालय जिला परिषद के भूमि पर है।