सासाराम। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित नारायण कृषि विज्ञान संस्थान का शनिवार को चौथा स्थापना दिवस समारोह मनाया गया। कार्यक्रम उद्घाटन पूरे राज्य सभा सांसद सह गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एमके सिंह सहित अन्य लोगों ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम का आरम्भ छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना के साथ किया गया। जिसकी सभी वक्ताओं द्वारा सराहना की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलाधिपति सह पूर्व सांसद गोपाल नारायण सिंह ने कहा की सैकड़ों साल पहले जब भारत का संपूर्ण आर्थिक आधार कृषि था, उस समय भारत को विदेशी लोग सोने की चिडिया के नाम से पुकारते थे । उस कालखंड में ना तो कल कारखाने थे और ना ही व्यवसाय के अन्य कोई बड़े साधन। उसके बावजूद भारत विश्व गुरु के पद पर आसीन था और पूरी दुनिया यहां धन और ज्ञान प्राप्त करने के ख्याल से पहुंचती थी।
उन्होंने कहा कि कृषि के आधुनिक पद्धति को अपनाकर तथा नए शोधों के सहयोग से भारत पुनः विश्व की एक मजबूत आर्थिक केंद्र बन कर उभर सकता है। इस अवसर पर कृषि स्नातकों द्वारा बनाए गए प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया तथा छात्रों द्वारा किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन पर उन्हें सम्मान पत्र देकर उनका मान बढ़ाया।इस अवसर पर कार्यक्रम को विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर एम के सिंह, परीक्षा नियंत्रक कुमार आलोक प्रताप ,कृषि विज्ञान संस्थान के डीन प्रोफेसर बी हसन, वरीय प्राध्यापक एच के सिंह आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के का संचालन डॉक्टर त्रिशा सिन्हा एवं डॉ बंशीधर ने किया। हॉर्टिकल्चर के प्रभारी डॉक्टर संदीप मौर्या के संयोजकत्व में आयोजित समारोह में कृषि विज्ञान संस्थान के सभी शिक्षक, विभिन्न संकाय के डीन एवं डायरेक्टर, कृषि के छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित रहे।