शिवसागर। रोहतास जिला अंतर्गत शिवसागर प्रखंड के उप प्रखण्ड प्रमुख विनय सिंह ने अपने प्रखंड के नहर सिंचाई विभाग के जेई सहित विभागीय अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नहर विभाग के अधिकारियों की वजह से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों की लापरवाही की वजह से कहीं किसानों के खेत में पानी नहीं पहुंच पा रहे हैं तो कहीं तटबंध टूटने से खेत डूब जा रहे हैं, जिससे किसानों के फसल बर्बाद हो रहे हैं। उपप्रमुख विनय सिंह ने बताया कि घोरघट पंचायत स्थित जगजीवन राम माइनर कि साफ-सफाई को लेकर स्थानीय लोगों ने वहां के बीडीसी पत्ती जफर अली से मुलाकात करके आवेदन सौंपा था। आवेदन के आलोक में बीडीसी पति जाफर अली ने इस समस्या को नहर सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता से मुलाकात करके उस समस्या को दूर करने की बात कही। इस बात को लेकर कनीय अभियंता ने उल्टे जाफर अली पर ही अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए. गलत तरीके से झूठे मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर दी।
उन्होंने कहा कि माइनर टूटने की शिकायत को लेकर मैं स्वयं घटनास्थल पर गया था और वहां की स्थिति को देखते हुए विभाग के कार्यपालक अभियंता से भी बात किया तो उन्होंने कहा कि जब तक पोकलेन उपलब्ध नहीं हो पाता है तब तक हम लोग वहां काम नहीं लगा सकते हैं। श्री सिंह ने कहा कि यह मामला भ्रष्टाचार का है और विभाग के अधिकारी संभवत पैसे की निकासी करके माइनर निर्माण के साथ साथ साफ सफाई का पैसा डकार चुके हैं। साथ ही उपप्रखंड प्रमुख ने बताया कि वहां के कनीय अभियंता अपने आप को मंत्री का रिस्तेदार बताते हैं और उसी की धमकी सभी को देते रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब बीडीसी पति जाफर अली ने भ्रष्टाचार के मामले को उजागर करना चाहा तो अपने आपको फंसते हुए देखकर कनीय अभियंता ने जफर अली के ऊपर झूठा प्राथमिकी दर्ज करा दिया।
श्री सिंह ने कहा कि ऐसे भ्रष्टाचारियों के लिए हम लोग संवैधानिक एवं कानूनी रूप से लड़ाई लड़ते हुए दोषियों को सजा दिलाएंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि इसको लेकर 21 जुलाई को प्रखंड कार्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया जाएगा जिसमें कनीय अभियंता के साथ साथ इसमें शामिल अन्य भ्रष्ट अधिकारियों पर जांच की मांग की जाएगी।