बिहार के छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है. अब पैसों की कमी की वजह से उनकी पढ़ाई नहीं रुकेगी. बिहार सरकार ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत दो वर्षीय आइटीआइ डिप्लोमा, बीएड के साथ ही साइंस एंड टेक्नोलॉजी से जुड़े 30 नये कोर्स को शामिल किया गया है. साथ ही कुछ अन्य बदलाव भी किए जाने पर विचार किया जा रहा है. इसमें राज्य के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लिए भी एक मानक तय किया जायेगा.
आइए जानते हैं नए बदलाव के बारे में सबकुछ
बता दें कि शिक्षा विभाग ने यह भी साफ किया है कि उक्त तीन कोर्स के साथ-साथ विज्ञान एवं प्रावैधिकी के स्नातक और स्नातकोत्तर स्तरीय पाठ्यक्रम के 30 नए उप पाठ्यक्रमों को भी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से लोन मिलेगा. इसके साथ ही एमटेक के सात नए कोर्स जोड़े गए हैं.
एम-टेक के थर्मल इंजीनियरिंग, मशीन डिजाइन, माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स एंड वीएलएसआई टेक्नोलॉजी, पावर सिस्टम, डुएल स्पेशलाइजेशन इंजीनियिरंग ऑल ब्रांचेज.
वही बी-टेक के सीएसई साइबर सिक्योरिटी, सीएसई डाटा साइंस, सीएसई नेटवर्क, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियिरंग, सीएसई-आईओटी, श्री-डी एनिमेशन एंड ग्राफिक्स, आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस एंड मशीन लर्निंग, केमिकल इंजीनियिरंग, फॉरेंसिंग साइंस टेक्नोलॉजी, फायर टेक्नोलॉजी एंड सेफ्टी, बॉयोमेडिक एंड रोबोटिक इंजीनियरिंग, फूड- प्रोसेसिंग एंड प्रिजर्वेशन और लेदर टेक्नोलॉजी.
इसके साथ ही बीएड और आईटीआई डिप्लोमा के भी कोर्स शामिल किये गए है. SCRET के अधिकारीयों के मुताबिक राज्य में हर साल तीस हजार छात्र बीएड उत्तीर्ण होते हैं. दो साल के इन कोर्सों की पढाई के लिए डेढ़ लाख रूपए का खर्चा आता हैं. पैसे के आभाव में बहुत सारे छात्र पढाई बीच में ही छोड़ देते हैं. वही आईटीआई में एक लाख छात्र शामिल होते हैं. साथ ही राज्य भर के सरकारी पॉलिटेक्निक के सोलह हजार छात्र हैं. ऐसे में इन कोर्स को शामिल करने से भरी संख्या में छात्रों को लाभ मिलेगा.
बता दें की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से बिहार में छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए राज्य के तरफ से राशि मुहैया कराया जकता हैं. लड़कों को चार प्रतिशत तो वही लड़कियों को एक प्रतिशत ब्याज के दर से लोन दिया जाता हैं. इससे छात्रों को अपनी पढाई के लिए पैसे की कमी नहीं होती. 2016 में बिहार सरकार ने इस योजना का शुभारम्भ किया था. शुरुआत में 41 कोर्स को शामिल किया गया था. अब 74 पाठ्यक्रमों में छात्रों को लाभ मिलेगा.