- दुसरो को संक्रमण न हो इसके लिए टीबी से संक्रमित मरीजों को अधिक से अधिक सावधानी बरतने की जरूरत
सासाराम। 2025 तक टीबी उन्मूलन को लेकर सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा हैं और टीबी के मरीजों की पहचान करके उनका इलाज किया जा रहा है, ताकि टीबी मरीज जल्द से जल्द ठीक हो सके और देश को टीबी मुक्त बनाया जाए, परंतु टीबी बीमारी से संक्रमित मरीजों की थोड़ी सी लापरवाही की वजह से यह बीमारी घटने के बजाय बढ़ता चला जा रहा है। उनकी थोड़ी सी लापरवाही उनके परिवार के साथ आसपास के लोगों को भी यह बीमारी अपने चपेट में ले रहा है। जिससे टीबी मरीजों का आंकड़ा घटने की बजाय बढ़ता जा रहा है। टीबी एक संक्रमित बीमारी है जो अधिकांश टीवी मरीजों द्वारा जहां-तहां थूकने की वजह से सबसे ज्यादा फैलता है।
हालांकि टीबी के इलाज के लिए आए मरीजों को जिला यक्ष्मा केंद्र द्वारा लगातार जागरूक करते हुए उन्हें सलाह दिया जाता है की अपने घरों के साथ साथ बाहर निकलते समय भी मास्क का इस्तमाल जरूर करें। साथ ही जहां तहां ना थूकें। रोहतास जिला यक्ष्मा केंद्र सी मिली जानकारी के अनुसार जिले अभी अभी 1500 के आसपास टीबी से संक्रमित मरीज है जिनका ईलाज जारी है। एक जानकारी के अनुसार टीबी बीमारी से ग्रसित एक व्यक्ति आदि इलाजरत नही है तो व 1 साल में 15 लोगों को टीबी से ग्रसित कर सकता है। यदि उसका इलाज जारी है और सावधानी बरत रहा है तो दूसरे व्यक्ति को संक्रमित होने का खतरा कम हो जाता है।
1528 मरीजों का चल रहा है ईलाज
जिला यक्ष्मा केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार रोहतास जिले में प्रतिमाह 150 से 200 टीबी के मरीज मिल रहे हैं। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी से जून तक हुए जांच में 1029 टीबी के नए मरीज मिले जिसमे जनवरी में 122 मरीज पाए गए थे। वहीं फरवरी में 184, मार्च में 135, अप्रैल में 203, मई में 202 तथा जून में 183 टीवी के मरीज पाए गए थे। इस तरह से रोहतास जिले में पिछले 6 महीनों में 1029 टीबी के नए मरीज पाए गए हैं। वर्तमान में जिले में कुल 1528 टीबी के मरीजों का इलाज जारी है।
टीबी से ग्रसित लोगों को बरतनी होगी सावधानी
सीडीओ डॉ राकेश कुमार ने बताया कि टीबी की बीमारी एक संक्रामक बीमारी है और टीबी से ग्रसित मरीजों को जहां-तहां थूकने से बहुत तेजी से दूसरे में फैलता है। ऐसे में जरूरत है टीबी से पीड़ित मरीज अधिक से अधिक सावधानी बरतें। उन्होंने कहा कि यदि घर में एक टीबी के मरीज हो तो उन के माध्यम से और भी लोग इस बीमारी से संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए अपने घर के सदस्यों के साथ-साथ समाज के अन्य लोगों को इस जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए सावधानी बरतना अति आवश्यक है। सीडीओ ने कहा कि टीबी से ग्रसित मरीज दूसरे व्यक्तियों से बात करते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। साथ ही घरों या बाहर जहां-तहां नही थूकें क्योंकि थूक में मौजूद कीटाणु हवा के माध्यम के काफी तेज़ी से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। सीडीओ ने कहा कि जिनके घरों में टीबी के मरीज है वैसे घरों के सदस्यों को दो हप्तों तक बलगम के साथ खांसी, बुखार आये या वजन में दिन प्रतिदिन गिरावट आये तो एक बार टीबी की जांच जरूर कराए।