जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आएगा, नेताओं के बीच जुबानी हमले बढ़ते जाएंगे. पिछले दिनों संसद में चर्चा के दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर लोकसभा से सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह में लोक लाज को लेकर बहस हो चुकी है. तब ललन सिंह ने कहा था कि सत्ता पक्ष ने लोकलाज ताक पर रख दी है. जिसके बाद अमित शाह ने भी पलटवार करते हुए बिहार में नीतीश कुमार के पाल बदलने का जिक्र किया था. अब केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने ललन सिंह पर हमला बोला है.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से कहा कि लोकसभा में जेडीयू के नेता ललन सिंह हमें लोक-लाज की सीख दे रहे हैं लेकिन उन्हें खुद अपनी जांच करनी चाहिए. मंत्री ने दावा किया कि लोकसभा में उनके जवाब में उन्होंने कहा था कि आपको इस बात पर शर्म आनी चाहिए कि आपकी पार्टी ने ऐसे लोगों के सहयोग से बिहार में सरकार बनायी, जो लोकतंत्र के हत्यारे हैं. आप चर्चा कर रहे हैं कि लालू यादव के राज में भ्रष्टाचार कैसे विकसित हुआ. किस तरह से उनके विरुद्ध लड़ाई लड़के आपने सत्ता पाई और फिर उन की ही गोद में चले गए.
“लोक-लाज की जहां तक बात है तो वह जनता दल यूनाइटेड को नहीं है. भारतीय जनता पार्टी हमेशा इन सब बातों पर ध्यान रखती है. लोकसभा में जब ललन सिंह भड़के तो हमने भी उन्हें लोक लाज का पाठ पढ़ाया है. जिस लालू यादव के कुशासन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़कर जीत हासिल की, उसी की गोद में जाकर बैठ गए हैं. देश की जनता जानती है कि कौन सी पार्टी है, जिन्हें लोक लाज नहीं है”- अश्विनी कुमार चौबे, केंद्रीय राज्यमंत्री
राहुल गांधी के सजा पर क्या बोले?
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, राहुल गांधी चाहे कुछ भी कर लें, जनता उन्हें स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने दावा किया कि उन लोगों से वाकिफ हैं जिन्होंने जयप्रकाश नारायण के प्रस्ताव का समर्थन किया था और अब कांग्रेस के साथ आ गये हैं. देश के नागरिक कांग्रेस के राजनीतिक झुकाव से अवगत हैं और आपातकाल की स्थिति कैसे घोषित की गई थी; वे इन घटनाओं को भी याद करते हैं.
वही अश्विनी चौबे ने दावा किया कि राहुल गांधी को दोषमुक्त नहीं किया गया है और सुप्रीम कोर्ट द्वारा सजा पर रोक महज एक अस्थायी उपाय है. हम अदालत के फैसले की सराहना करते हैं, लेकिन राहुल गांधी को दोषमुक्त नहीं किया गया है, जैसा कि कुछ लोगों ने दावा किया है. राहुल गांधी अभी भी गलती पर हैं. प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा के लिहाज से वह मुंगेरीलाल के सपने देख रहे हैं. अधिकांश आबादी नरेंद्र मोदी का समर्थन करती है और उन्हें देश का अगला प्रधानमंत्री चुनेगी.