- जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए टीबी ग्रसित मरीजों को किया गया जागरूक
सासाराम। टीबी बीमारी से ग्रसित मरीजों का रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा चलाए जा रहे निक्षय मित्र योजना के तहत शनिवार को सदर अस्पताल स्थित जिला यक्ष्मा केंद्र मे टीबी से पीड़ित गरीब एवं जरूरतमंद मरीजों के बीच निक्षय मित्र योजना के तहत पांचवे चरण का खाद्य सामग्री वितरण किया गया। सीडीओ डॉ राकेश कुमार की अध्यक्षता में 10 जरूरतमंद टीबी मरीजों को पौष्टिक खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। इस अवसर पर डॉ राकेश कुमार ने कहा कि यह सरकार की अच्छी पहल है। यदि टीबी पीड़ित मरीजों को गोद लिया जाए और थोड़ी सहायता किया जाए तो हमलोग जिले से टीबी बीमारी को मिटाने में अहम योगदान निभा सकते हैं। डॉ राकेश कुमार ने बताया कि टीबी उन्मूलन को लेकर सरकार लगातार प्रयासरत है और सरकार के अभियान में जिला यक्ष्मा विभाग जिले से टीबी उन्मूलन को लेकर कई कार्यक्रम चला रही है। उन्होंने बताया कि टीबी से ग्रसित मरीजों को सरकार 500 रुपए प्रत्येक माह पौष्टिक आहार के रूप में प्रदान करती है। इसके साथ ही निक्षय मित्र योजना के माध्यम से पौष्टिक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है और इसके लिए लोग आगे आ रहे है। वही निक्षय मित्र योजना का लाभ पा कर टीबी मरीजों ने सभी समाजसेवियो को धन्यवाद दिया है। शनिवार को सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी, रमेश कुमार सिंह, राम लखन सिंह, आलोक कुमार, संत जोसेफ स्कूल के निदेशक संतोष कुमार, रीदम फाउंडेशन स्कूल के निदेशक, बृजनंदन कुमार, डॉक्टर कन्हाई महतो, डॉक्टर संजीव एन सेठुमाधवन, गोविंद कुमार के द्वारा गोद लिए गए टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार वितरण किया गया। वही इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला यक्ष्मा केंद्र के डीइओ शेखर कुमार श्रीवास्तव, डीपीएस आदित्य आकाश, एसटीएलएस शाहिद एहसान के अलावा विभाग के सुधा कुमारी, राहुल कुमार, अशोक कुमार, अतुल कुमार सिन्हा, संजय श्रीवास्तव, मुन्ना कुमार सिंह, भोला कुमार, आशीष श्रीवास्तव का अहम योगदान रहा।
कोई भी बन सकता है निक्षय मित्र
सीडीओ डॉ राकेश कुमार ने बताया की सरकार के द्वारा टीबी मरीजों के लिए निक्षय मित्र योजना के तहत कोई भी सामाजिक संस्था, समाजसेवी, सरकारी या प्राइवेट अधिकारी या कर्मचारी के अलावा आम नागरिक भी अपनी क्षमता अनुसार गरीब एवं जरूरतमंद टीबी मरीज को गोद ले सकते है। इसके लिए यक्ष्मा विभाग से संपर्क कर निक्षय मित्र पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते है। उन्होंने बताया कि गोद लिए गए टीबी मरीज़ों को कम से कम 6 महीना तक पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना है।
टीबी मेरीज़ों को किया गया जागरूक
निक्षय मित्र योजना के तहत पौष्टिक आहार लेने पहुंचे टीबी मरीजों को अधिक से अधिक सावधानी बरतने के लिए जागरूक किया गया। उन्हें बताया गया कि टीबी एक खतरनाक बीमारी है और यह काफी तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। टीबी मरीजों को बताया गया कि यह बीमारी किस तरह से एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। साथ ही बताया गया कि रोहतास जिले से टीबी उन्मूलन अभियान को सफल बनाने में टीबी पीड़ित संक्रमित व्यक्ति कैसे अभियान का हिस्सा बनके टीबी उन्मूलन में सहयोग कर सकते हैं जिससे जिला टीबी मुक्त हो सके।