काराकाट। थाना क्षेत्र के इटवां गांव स्थित राजकीय मध्य विद्यालय इटवां में मध्यान भोजन गृह का ताला तोड़कर चोरी के मामले में ग्रामीणों ने खुलासा किया . ग्रामीणों के खुलासे के बाद पुलिस चुप है . ग्रामीणों ने कहा कि मध्यान भोजन गृह का ताला तोड़कर चोरी गयी चावल तथा अन्य समान बरामद किया गया जिसकी सूचना काराकाट पुलिस को दी गयी . ग्रामीण बताते है कि पुलिस आयी थी सब कुछ देखकर चोरी करने वालों का नाम भी बताया गया था फिर भी पुलिस बिना कोई कारवायी किये वापस लौट गयी . बतादेंकि 31जुलाई की रात में चोरी की घटना का अंजाम दिया गया था . एक अगस्त को स्कूल के प्रधानाध्यापिका गीता सिंह ने स्कूल में चोरी होने पर अज्ञात चोरों पर एफआईआर दर्ज कराया था .ग्रामीणों ने 2 अगस्त को चोरी का सामान पकड़ा पुलिस को सूचना दिया लेकिन काराकाट की पुलिस चुप हो गयी.
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस कुछ जनप्रतिनिधी के दबाव में आकर मामला ठंढ़े बस्ते में डाल दिया गया . पुलिस की कार्यशैली पर ग्रामीण सवाल उठा रहे है .वार्ड सदस्य रजनीश पांडेय का कहना है कि स्कूल में चोरी होती रहेगी पुलिस सेटिंग करती रहेगी गांव पूरा बदमान होता रहेगा . अगर पुलिस चोरों को इसी तरह से छोड़ती रहेगी तो अभी तो स्कूल में चोरी कर रहे है फिर गांव से लेकर बड़े बड़े अपराध करने लगेंगे . पुलिस की लापरवाही से पूरा गांव बदनाम होने के कगार पर है . काराकाट थानाध्यक्ष आदित्य कुमार से जानकारी ली गयी तो बताया कि स्कूल का प्रधानाध्यापिका द्वारा स्कूल में चोरी की एफआईआर दर्ज करायी है लेकिन नामजद अभियुक्त नहीं बनायी है . जब नामजद अभियुक्त बनाया जाएगा तो कारवायी होगी. लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि जब चोरी में तीन लोगों का नाम का खुलासा हुआ . काराकाट पुलिस चोरी के मामले को जान बूझकर मामले को दबाना चाहती है . ग्रामीणों की नजर में पुलिस शक के दायरे में है