सासाराम। अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठी आशा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के तत्वाधान में प्रदर्शन किया। जिसके सिकड़ों अशाकर्मी शामिल रही। आशा कर्मियों का प्रदर्शन सासाराम समाहरणालय से शुरू हुआ जो शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए लोहिया चौक, सर्किट हाउस, अनुमंडल कार्यालय होते हुए पुनः समाहरणालय पहुंचा। जहां प्रदर्शन सभा में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारी आशाकर्मियों ने सरकार के विरोध में जम कर नारेबाजी किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष मोहम्मद राईन आलम ने किया। वही प्रदर्शन में मौजूद संघ के जिला सचिव उमेश शर्मा ने कहा कि सरकार को हठधर्मिता छोड़कर आशा एवं फैसिलिटेटर की 9 सूत्री मांगों कुछ सम्मान समझौता कर हड़ताल को समाप्त करना चाहिए।
बता दे की 1000 मासिक पारितोषिक के बदले 10,000 मासिक वेतन, बकाया वर्ष 19-20 तक का पारितोषिक, आशा एवं फैसिलिटेटर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा सहित 9 सूत्री मांगों को लेकर आशा कर्मियों एवं फैसिलिटेटर का हड़ताल पिछले 12 जुलाई से जारी है। हड़ताल की वजह से सरकारी अस्पतालों में कई कार्य पूरी तरह से ठप हो चुके हैं। साथ ही साथ स्वास्थ्य को लेकर मिशन इन्द्रधनुष, सर्व जन दवा सेवन अभियान भी स्थगित कर दिए गए हैं। इधर आशा कर्मी एवं आशा फैसिलिटेटर अपनी मांगों पर अड़ी हुई हैं। आशा कर्मियों को कहना है कि जब तक सरकारी हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक हमारा हड़ताल जारी रहेगा। प्रदर्शन में मुरली राम, रामेश्वर सिंह, कृष्णा विजय सिंह, नसीम आलम, सतेंद्र भारती, मुखराज राम, विद्यावती पांडे, कुसुम देवी, संजय सिंह, बचीया देवी, मुकेश कुमार सहित जिले की सैकड़ो आशा कर्मियों एवं आशा फैसिलिटेटरों ने भाग लिया।