रोहतास: बिहार न्यूज़ डेस्क रोहतास जिला के 12 ओपी समेत शाहाबाद के 31 ओपी नए साल से थाना के रूप में कार्य करने लगेंगे. इस मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय द्वारा मांगे गए प्रस्ताव के आलोक में शाहाबाद के सभी चार जिलों के एसपी से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर डीआईजी ने प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है. लगातार बढ़ रहे जनसंख्या के मद्देनजर भी बिहार सरकार के द्वारा ओपी को अपग्रेड करने का लगातार काम किया जा रहा है. ओपी के थाना बन जाने के अपग्रेड थानों में प्राथमिकी दर्ज होगी. जिससे लोगों की सुविधा मिल सकेगी. संभवत जनवरी से सभी ओपी थाना के रुप में कार्य करने लगेगी. 31 ओपी को मिलेगा थाना का दर्जा शाहाबाद के चारो जिलों के 31 ओपी को नए साल के जनवरी में थाना का दर्जा मिलने के आसार है. इसके लिए कई ओपी का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है. वहीं कई ओपी का प्रस्ताव बनाकर भेजा जा रहा है.
जिन ओपी को थाना का दर्जा मिलेगा. उनमें रोहतास जिले के डालमियानगर, इंद्रपुरी, अमझोर, धौड़ाढ़, करवंदिया समेत 12 ओपी शामिल है. वहीं कैमूर जिले के नुआंव, बेलांव व सोनहन ओपी शामिल है. बक्सर जिले के सोनबरसा, वासुदेवा, नैनीजोर, नया भोजपुर, चक्की ओपी, रामदास राय का डेरा, तिलक राय का हाता, कृष्णाकुम्ह ओपी शामिल है. जबकि भोजपुर जिले के बहोरनपुर, कारनामेपुर, धोबहां, खवासपुर, बबूरा, गिद्धा, कृष्णागढ़ व सिन्हा ओपी को थाना बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है. ऐसे ओपी को थाना में तब्दील करने के लिए सभी तरह की कागजी प्रक्रिया को पूरी कर ली गई है. बढ़ती जनसंख्या के बीच लिया गया निर्णय ऐसे ओपी जहां पर प्रत्येक माह दस से अधिक केस दर्ज होता है. ऐसे ओपी को थाना का दर्जा देने का प्रावधान भी है. जिले में अमूमन सभी ओपी में प्रत्येक माह चालीस से अधिक मामले दर्ज हो रहे हैं. किसी-किसी महीना तो ओपी के केस होने की संख्या सैकड़ों में पहुंच जाती है. बढ़ती जनसंख्या के मद्देनजर ओपी को सरकार के द्वारा थाना बनाया जा रहा है.