रोहतास जिले में पिछले 3 महीनों में मिले 525 टीबी संक्रमित मरीज, जिले में कुल टीबी मरीजों की संख्या 1587
सासाराम। दो हप्ते से अधिक लगातार खांसी आना और स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आने जैसी समस्याओं को नजर अंदाज करना जानलेवा साबित हो सकता है, क्योंकि दो हफ्ते से अधिक लगातार खांसी आना और स्वास्थ्य का दिनों पर दिन गिरना टीबी के भी लक्षण हो सकते हैं। रोहतास जिले में लगातार टीबी के मरीज मिल रहे हैं। हर माह 150 से अधिक टीबी के संक्रमित मरीज पाए जा रहे हैं ऐसे में जरूरी है सावधानी बरतना। टीबी एक संक्रमित बीमारी है और यह हवा के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इस बीमारी का फैलने का मुख्य कारण टीबी संक्रमित मरीजों द्वारा जहां तहां थूकना या टीबी संक्रमित मरीज के छींकने या बात करने के दौरान संपर्क में आने से काफी तेजी से फैलता है, इसलिए टीबी संक्रमित लोगों को लगातार सलाह दी जाती है कि घर या घर के बाहर जहां तहां खखार न थूकें। साथ ही छींक आने के समय नाक पर रुमाल जरूर रखें और किसी से बात करते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
हर माह मिल रहें है 150 से अधिक मरीज
जिला यक्ष्मा केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार रोहतास जिले में प्रत्येक माह 150 से अधिक टीबी संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। हालांकि टीबी उन्मूलन को लेकर रोहतास जिले में लगातार जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है बावजूद इसके जिले में टीबी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिसका मुख्य कारण टीबी से संक्रमित मरीजो द्वारा बरती जा रही लापरवाही मानी जा रही है। अगर आंकड़ों की की बात करें तो जिला यक्ष्मा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रोहतास जिले में पिछले तीन महीनों में 525 टीबी से संक्रमित मरीज पाए गए है। जानकारी के अनुसार जुलाई में 148, अगस्त में 193 तथा सितंबर में 183 टीबी से संक्रमित मरीज मिले है। वही जिले में टीबी मरीजों की कुल संख्या 1587 है जिनका सदर अस्पताल में इलाज जारी है।
लक्षण को ना करें नजरंदाज
जिला यक्ष्मा केंद्र के नोडल पदाधिकारी सह सीडीओ डॉ राकेश कुमार ने कहा कि टीबी एक जानलेवा बीमारी है। यदि समय से पहले इसकी पहचान कर ली जाए तो इसे ठीक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि समय से पहले टीबी की पहचान होने पर दवा के माध्यम से उसे पूर्णत: ठीक किया जा सकता है, इसलिए किसी व्यक्ति को दो हफ्ते से अधिक खांसी आ रही हो, वजन में गिरावट हो रही हो या खखार के माध्यम से खून निकल रहा हो तो तुरंत टीबी की जांच कराएं क्योंकि यह टीबी के मुख्य लक्षण है। डॉक्टर राकेश कुमार ने कहा कि जिन लोगों में यह बीमारी है और उनका इलाज चल रहा है वे लोग लगातार सावधानी बरते क्योंकि अगर वे लोग सावधानी नहीं बरतते हैं तो उनके माध्यम से उनके घरों के सदस्यों के साथ-साथ आसपास के लोगों को भी यह बीमारी आसानी से फ़ैल सकती है। इसलिए खुद के साथ-साथ दूसरों को इस बीमारी से बचाने के लिए विभागीय दिशा निर्देश का पालन करें।