अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के थाना चंडौस इलाके में राम बारात के ऊपर समुदाय विशेष के लोगों ने मस्जिद के सामने पथराव कर दिया. इतना ही नहीं पथराव के दौरान कुछ शरारती तत्वों ने तलवार से हमला किया, जिसमें 12 लोगों से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है, जिन्हें उपचार के लिए अलीगढ़ हायर सेंटर में कराया भर्ती कराया गया है.
घटना की जानकारी मिलते ही डीआईजी शलभ माथुर, डीएम इंद्र विक्रम सिंह और एसएसपी कलानिधि नैथानी सहित कई सर्किलों के सीओ व कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची. घटना से हिंदूवादी नेताओं में काफी आक्रोश देखने को मिला. उन्होंने थाना चंडौस का घेराव करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. हिंदूवादी संगठन की तरफ से 20 हमलावरों को नामजद करते हुए 150 से अधिक अज्ञातों के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है. पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है.
दरअसल, थाना चंडौस इलाके में विगत 84 वर्षों से राम बारात निकाली जा रही है, लेकिन इस बार राम बारात निकालने के दौरान मस्जिद के सामने हमला कर दिया गया. आरोप है कि मस्जिद से कुछ लोग निकले और उन्होंने राम बारात के ऊपर पहले तो पथराव किया और उसके बाद तलवार से हमला कर दिया. तलवार के हमले से कई लोग घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अलीगढ़ हायर सेंटर में भर्ती कराया गया है. घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल जिले के जिलाधिकारी, डीआईजी, एसएसपी सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची.
राम बारातियों का आरोप है कि शरारती तत्वों के द्वारा अक्सर यहां माहौल बिगाड़ने का काम किया जाता है, लेकिन पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती. लोगों का आरोप है कि पूर्व में कई बार थाना अध्यक्ष और सीओ स्तर के अधिकारियों को अवगत कराया गया था कि राम बारात के दौरान कोई घटना घटित हो सकती है, लेकिन अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. इसी का परिणाम है कि राम बारात के ऊपर हमला कर दिया गया.
वहीं राम बारात के आयोजक ने तहरीर में जिक्र किया है कि अगर प्रशासन लापरवाही नहीं करता तो शायद यह घटना देखने को नहीं मिलती. हिंदू वादियों ने 20 लोगों को नामजद करते हुए 150 से अधिक लोगों के खिलाफ अज्ञात में तहरीर दी है. उनके द्वारा मांग की गई है कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी करके जेल भेजा जाए, अन्यथा की स्थिति में हिंदूवादी आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे. इतना ही नहीं राम बारात के आयोजकों ने कहा है कि जब तक हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक ना तो राम बारात निकलेगी और ना ही रामलीला का मंचन होगा.
अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जानकारी देते हुए बताया कि चंडौस इलाके में राम बारात के ऊपर हमले की जानकारी मिली थी. तत्काल मौके पर वह खुद और डीएम के साथ पहुंचे. लोगों से बातचीत कर तहरीर ली जा रही है. तहरीर के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी पूरे. घटनाक्रम में एक व्यक्ति मामूली तौर पर चोटिल हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज भेजा गया है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.