मुजफ्फरपुर। जाम का कारण बने अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम एवं यातायात पुलिस ने रविवार को संयुक्त अभियान चलाया। स्टेशन रोड, गोला रोड, दुर्गा स्थान रोड, केदारनाथ रोड, कल्याणी चौक एवं मोतीझील रोड में दर्जनों अवैध दुकानों को ध्वस्त किया गया। सड़क पर सजाई गईं स्थायी दुकानों के सामान एवं विज्ञापन बोर्ड को जब्त किया गया। एक दर्जन दुकानदारों से तीस हजार रुपये जुर्माना वसूल किया गया। अभियान का नेतृत्व ट्रैफिक डीएसपी नीलाभ कृष्ण, ट्रैफिक इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार एवं नगर निगम के अतिक्रमण अभियान के प्रभारी विजय कुमार ने किया।
बार-बार हटाए जाने के बाद भी स्टेशन रोड में अवैध दुकान सजाने वाले दुकानदारों के खिलाफ निगम की टीम ने रविवार को सख्ती बरतते हुए उनके सामान को जब्त कर लिया। मोतीझील में सड़क पर अवैध पार्किंग करने वाले दुकानदारों को कड़ी चेतावनी दी गई। कई दुकानदारों पर जुर्माना लगाया गया और कई दुकानों का सामान जब्त किया गया। सरैयागंज एवं कल्याणी चौक पर सब्जी की दुकान सजाने वालों को सख्ती से हटाया गया। सिकंदरपुर एवं केदारनाथ रोड में एक दर्जन से अधिक दुकानों को ध्वस्त किया गया। मोतीझील पुल के नीचे पार्किंग स्थल को अतिक्रमणकारियों से पूरी तरह से मुक्त किया गया।
ट्रैफिक डीएसपी ने कहा कि अतिक्रमण के कारण यातायात व्यवस्था में बाधा आ रही है। जब तक चौक-चौराहों के पास से अवैध दुकानों को नहीं हटाया जाएगा परेशानी होगी। निगम के सहयोग से अवैध दुकानों को हटाया जाएगा। अभियान में संबंधित थानों की पुलिस ने भी मदद की। बिना मजिस्ट्रेट एक माह से लगातार नगर निगम का अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान चल रहा है। पूर्व नगर आयुक्त के निर्देश पर जिलाधिकारी ने नगर निगम के सिटी मैनेजर को मजिस्ट्रेट की शक्ति प्रदान की थी,
ताकि निगम को अभियान चलाने के लिए बार-बार जिला प्रशासन से मजिस्ट्रेट की मांग नहीं करनी पड़े। पूर्व के नगर प्रबंधक अभियान के दौरान हमेशा मौजूद रहते थे। वर्तमान सिटी मैनेजर एक दिन भी अभियान में शामिल नहीं होते हैं। अभियान के दौरान कई बार निगम के धावा दल को अतिक्रमणकारियों के विरोध का सामना करना पड़ा है। ऐसे में, यदि बिना मजिस्ट्रेट के पुलिस बल कुछ भी नहीं कर सकती है।