सासाराम। अखिल भारतीय अम्बेडकर कल्याण संघ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर डेहरी के राजद विधायक फतेह बहादुर का दुर्गा पर दिये गये ब्यान का समर्थन करते हुए रामायण और महाभारत को काल्पनिक बताया. संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार चक्रवर्ती ने कहा कि धर्म के नाम पर दलित, आदिवासियों और पिछड़े वर्ग के साथ हमेशा से शोषण और अत्याचार होते आया है और उनके अधिकारों से वंचित रखा गया है. हिन्दू धर्म में जाति के आधार पर लोगों का मेरिट देखा जाता है. एक बार कोई व्यक्ति जिस किसी भी जाति में जन्म ले ले तो उसके मरने के बाद भी वो जाति उसकी पीछा नहीं छोड़ता है.
देश में छुआछूत के खिलाफ कानून बनने के बाद भी हिन्दू धर्म में भेदभाव व्याप्त है और महिलाओं के खिलाफ हिंसा और शोषण चरम पर है. गरीबी, बेरोजगारी और अशिक्षा के खिलाफ कोई भी देवी देवता सामने नहीं आते. भारत में लक्ष्मी, सरस्वती और दुर्गा को देवी के रूप में पूजा जाता है तीनों धन, शिक्षा और शक्ति के प्रतीक है और इन तीनों धन, शिक्षा और शक्ति में भारत कमजोर है. श्री चक्रवर्ती ने बताया कि विज्ञान से देश आगे बढ़ेगा, लोगों को सही शिक्षा की जरूरत है. मूर्तियों पर बेकार का होने वाला खर्च को जरूरतमंद के शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च करना चाहिए. अंधविश्वास और पाखण्ड से मुक्ति के लिए ऐसे रूढिवादी परंपराओं को त्यागने की जरूरत है.