पिछले दो महीनों में मिले 38 डेंगू पॉजीटिव मरीज, लोगों को सावधानी बरतने की दी जा रही सलाह
सासाराम। रोहतास जिले में डेंगू का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में लोगों को अभी भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। जिले में लगातार डेंगू के मरीज पाए जा रहे हैं। वहीं जिला स्वास्थ्य समिति डेंगू से निपटने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में दवा का छिड़काव कर रही है। गर्मी के बाद बरसात शुरू होते ही डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में इससे निपटने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के दिशा निर्देश पर पहले से ही तैयारी शुरू कर दी जाती है। डेंगू से निपटने के लिए रोहतास जिले में पहले से ही तैयारी कर ली गई थी। इसके लिए आवश्यक दवाइयां, जांच कीट की प्रचुर उपलब्धता के साथ साथ आपातकालीन डेंगू वार्ड का निर्माण किया गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में डेंगू से एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है। वही सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक 38 पॉजीटिव मरीज पाए गए हैं। चूंकि डेंगू के मरीज अभी भी लगातार पाए जा रहे हैं और इसको लेकर सावधानी बरती जा रही है और जांच प्रक्रिया भी जारी जारी रखा गया है। जांच के लिए पर्याप्त मात्रा में किट की उपलब्धता कराई गई है।
करवाया जा रहा है दवा का छिड़काव
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी जयप्रकाश गौतम ने बताया कि जिले में अभी भी कहीं कही डेंगू के मरीज मिल रहे हैं, इसलिए विभाग पूरी तरह से सक्रिय है और डेंगू से निपटने के लिए लगातार दवा का छिड़काव किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा दवा छिड़काव के लिए मशीन उपलब्ध करा दी गई है और मशीन के माध्यम से डेंगू रोधी दवा का छिड़काव किया जा रहा है। जिले में फिलहाल किसी भी प्रखंड में डेंगू का प्रकोप ज्यादा नहीं देखा गया है फिर सभी प्रखंडों में डेंगू रोधी टीम सक्रिय है।
ठंड बढ़ते ही मछरों का प्रकोप होगा कम
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार ने बताया कि बरसात के दिनों में कई वेक्टर जनित रोग देखने को मिलते हैं, जिसमें से एक डेंगू भी है। उन्होंने बताया कि डेंगू खतरनाक बीमारी है। यदि समय से पहले पहचान करके इसका इलाज न कराया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। ठंड शुरू होते ही डेंगू के मच्छर स्वत: कम हो जाएंगे, परंतु वर्तमान में डेंगू मच्छरों को समाप्त करने के लिए दवा का छिड़काव किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डेंगू बीमारी से लड़ने के लिए सदर अस्पताल पूरी तरह से सक्षम है और इसके लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं। उन्होंने लोगों से अपील किया कि तेज बुखार, बदन में दर्द, आंखों में जलन व दर्द के साथ-साथ कमजोरी महसूस हो तो तुरंत सरकारी अस्पताल में डेंगू का जांच कराएं। उन्होंने बताया कि डेंगू के लिए सरकारी अस्पताल में बेहतर इलाज मौजूद है