पटना। एनजीटी (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) के निर्देश पर जिले में पटाखे की बिक्री और इसे चलाने पर प्रतिबंधित करने के आदेश का खास प्रभाव नहीं पड़ा। वहीं डीएम के आदेश के बाद पटाखे की कीमत जरूर कई गुना बढ़ गई। इसके कारण कोई खुलकर तो नहीं बता रहा, मगर जिस तरह से दुकानदार बेखौफ होकर पटाखा बेच रहे उसे चीजों को समझा जा सकता है। जो पटाखा तीन सौ से चार सौ में आदेश के पहले बिक रहे थे वह पांच से छह सौ के हो गए। कई दुकानों में बंद शटर के अंदर ग्राहकों को बुलाकर बाहर से बंद कर दिया जा रहा। पटाखा बिक जाने के बाद एक साथ ग्राहकों को बाहर निकाला जाता है। यहां मनमाना दाम लिया जा रहा है। यह खेल छठ तक चलेगा।
दीपावली व छठ को लेकर गुरुवार को अनुमंडलाधिकारी गुंजन सिंह एवं एएसपी शरथ आरएस ने थानाध्यक्षों, विभागीय अधिकारियों एवं शांति समिति सदस्यों के साथ गुलजारबाग स्टेडियम स्थित सभागार में बैठक की। एसडीओ ने कहा कि दीवाली पर पटाखों की बिक्री से लेकर इसे जलाने तक पर प्रतिबंध है। खाजेकलां व अन्य थाना क्षेत्रा में पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए दंडाधिकारी तैनात हैं। सूचना मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि दीपावली पर स्थापित होने वाली मां काली व लक्ष्मी के विसर्जन के लिए आयोजन समिति को लाइसेंस लेना अनिवार्य है। जुलूस में डीजे बजाना प्रतिबंध रहेगा। चिह्नित 24 घाटों पर नजर रखी जा रही है। इनमें से खतरनाक घाटों की पहचान कर सूची तैयार की जा रही है।