पटना। बिहार में अलग से 12 हजार से अधिक शिक्षकों की बहाली होने जा रही है। वहीं 5000 से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति बीपीएससी द्वारा की जाएगी। दरअसल, बिहार सरकार 17 हजार 264 पदों पर उर्दू, फारसी और अरबी विषय में शिक्षकों की नियुक्ति करने जा रही है। इनमें से ज्यादातर नियुक्ति प्रारंभिक विद्यालयों में होगी। फिलहाल 5,151 खाली पदों पर बिहार लोक सेवा आयोग से नियुक्ति होगी। इसके अतिरिक्त सरकारी विद्यालयों में 12,113 पदों का सृजन की आवश्यकता है जिस पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। इस पर विधिवत सहमति के बाद राज्य मंत्रिमंडल से मंजूरी ली जाएगी। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सृजित पदों पर सरकार से स्वीकृति के बाद उर्दू, फारसी और अरबी विषय के लिए अभ्यर्थियों के लिए विशेष शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) परीक्षा कराई जाएगी।
यह परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के माध्यम से ली जाएगी। इस पर सरकार के स्तर पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। बहरहाल, शिक्षा विभाग ने उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए टीईटी तथा एसटीईटी आयोजित करने संबंधी नियमावली के साथ पूरी कार्य योजना बनाने का निर्देश अफसरों को दिया है। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कक्षा एक से पांच तक के प्रारंभिक विद्यालयों में उर्दू विषय के 4,932 पद खाली हैं, जबकि कक्षा 9 से 10 तक के माध्यमिक विद्यालयों में उर्दू विषय के शिक्षकों के 1219 पद खाली हैं।इन पदों पर बिहार लोक सेवा आयोग से अगले चरण में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाएगी।