मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में अहम योगदान निभाएगा यह अस्पताल
सासाराम। मातृ शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसमें सरकार को सफलता भी मिल रही है। मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा बिहार के सभी अस्पतालों में अलग से स्पेशल मातृ शिशु अस्पताल का निर्माण करवाया जा रहा है। जिसके तहत सासाराम में भी अस्पताल बनकर पूरी तरह से तैयार हो गया है। भवन निर्माण कर रहे विभाग ने अस्पताल को पूरी तरह से निर्माण करके जिला स्वास्थ्य समिति के हवाले कर दिया है। इधर जिला स्वास्थ्य समिति ने अस्पताल को संचालित करने के लिए कवायद शुरू कर दी है। बता दें कि लगभग 22 करोड़ की लागत से निर्मित 100 बेड वाला मातृ- शिशु अस्पताल बेहतर तथा आधुनिक उपकरणों के साथ साथ व्यवस्थाओं से सुसज्जित होगा। इस नवनिर्मित अस्पताल में प्रसव सुविधा के साथ-साथ एसएनसीयू, आईसीयू की सुविधा एक ही छत के नीचे कराई जाएगी। जिससे जच्चा और बच्चा को बेहतर सेवा प्रदान किया जा सकेगा। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो इन सभी सुविधाओं को एक जगह मुहैया करने पर प्रसव के दौरान नवजात शिशुओं के लिए गोल्डन समय बेहतर साबित होगा। ऐसे में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में भी यह अस्पताल काफी सहायक सिद्ध होगा।
मॉडल अस्पताल बनाने की कवायद जारी
बता दें कि सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके लिए कवायद भी शुरू कर दी गई है। लगभग 55.53 करोड रुपए की लागत से सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्रथम चरण में लगभग 22 करोड़ की लागत से मातृ – शिशु अस्पताल का निर्माण कर दिया गया है। जिसके उद्घाटन की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। वहीं दूसरे चरण में लगभग 32.52 करोड़ की लागत से नए भवन का निर्माण करवाया जा रहा है। जहां ओपीडी की सेवाएं मुहैया कराई जाएगी।
मातृ – शिशु मृत्यु दर कम करने में होगा सहायक
रोहतास जिला के सिविल सर्जन डॉ के तिवारी ने बताया कि मातृ शिशु अस्पताल का निर्माण हो जाने से यह जिले में मातृ शिशु मृत्यु दर में और कमी लाने में सहायक साबित होगी। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में स्थित एसएनसीयू बेहतर सेवा प्रदान कर रहा है। वहीं एक छत के नीचे कई सारी सुविधाएं मिलने से मां के साथ-साथ नवजातों की बेहतर देखभाल की सुविधा हो पाएगी। ऐसे में शिशु मृत्यु दर को कम करने में यह अस्पताल अहम योगदान निभाएगा। सिविल सर्जन ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर फिलहाल इसे अस्पताल में संचालित कर दिया गया है। जल्द ही इसका उद्घाटन कर इसे पूर्ण रूप से संचालित कर दिया जाएगा।