आरा। भोजपुर जिले के आरा में चार दिनों से लापता बिहार पुलिस के हवलदार पुत्र की नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई। पहले उसे गोलियों से भूना गया, फिर नंगा कर जला दिया और शव को प्लास्टिक बोरे में बंद कर नदी में डूबो दिया। शव सतह पर नहीं आ सके, इसके लिए बोरे में ईंट-पत्थर भी डाल दिए थे। सोमवार की सुबह शव टाउन थाना क्षेत्र के मझौंवा हवाई अड्डा-चंदवा बांध से सटे नदी से बरामद किया गया। इससे पूर्व यहां से युवक की खून लगी टी-शर्ट, चप्पल एवं पिलेट मिली थी। मृतक 18 वर्षीय ओमकेश सिंह बक्सर जिले के कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के अरक गांव निवासी नागेन्द्र सिंह के पुत्र थे। बीए पार्ट-वन का छात्र था। सपरिवार आरा नवादा थाना के के उमा नगर, चंदवा मोहल्ला में रहता था। पिता सहरसा के सिमरी-बख्तियारपुर थाना में हवलदार हैं।
मृतक की बहन अन्नू कुमारी ने टाउन थाना में पांच लड़कों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी करा रखी है, सभी फरार हैं। घटना के मूल में दो गुटों के बीच वर्चस्व एवं थप्पड़ मारने का विवाद सामने आ रहा है। गत 24 नवंबर को अपराह्न लगभग दो बजे हाउसिंग कालोनी, चंदवा निवासी सुमित उपाध्याय ओमकेश सिंह को घर से बुलाकर ले गया था। दोनों पांच अन्य लड़कों के साथ चंदवा बांध के उस पार नदी किनारे गए थे। अगले दिन 25 नवंबर को स्वजन वहां खोजबीन करने गए तो खून लगा टी-शर्ट एवं चप्पल मिला था। तब पुलिस को सूचना दी गई थी। पुलिस ने सुमित से पूछताछ की, तो आरोपित लड़कों के बारे में बताया। इंस्पेक्टर संजीव कुमार के अनुसार इस कांड में सुमित की संलिप्तता अभी तक नहीं पाई गई है। आरोपितों ने उसे भुंजा लाने भेज दिया था। उसे छोड़ दिया गया है। मुख्य आरोपितो की तलाश जारी है।