पटना। बिहार सरकार द्वारा जारी में छुट्टियों की लिस्ट के बाद से प्रदेश में सियासी पारा चढ़ गया है। इसी क्रम में भाजपा के दिग्गज नेता, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नीतीश सरकार पर ज़ोरदार हमला बोलते हुए उन्हें हिंदू विरोधी बताया है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश सरकार ने एक बार फिर हिंदू विरोधी मानसिकता और हिंदूओं को आघात पहुंचाने वाला फैसला लिया है। स्कूलों में हिंदुओं के पर्व (राम नवमी, जन्माष्टमी,रक्षा बंधन, जितिया) की छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है। दिवाली, छठ और दुर्गा पूजा की छुट्टियों में भी काफी कटौती की गई है।
हिंदुओं के पर्व की छुट्टियों को घटा दिया गया है, मुसलमानों के त्योहार की छुट्टियों को बढ़ा दिया गया है। हिंदुओं के सबसे बड़े भगवान राम और कृष्ण हैं। रामनवमी और जन्माष्टमी की छुट्टी ख़त्म कर दी, रक्षा बंधन की छुट्टी रद्द कर दी। प्रदेश की लाखों महिलाएं अनंत चतुर्दशी या फिर जितिया का व्रत करती है। चुन-चुन कर हिंदुओं के जितने पर्व हैं, उनकी छुट्टी रद्द कर दी गई।
मुसलमानों के पर्व की छुट्टियां बढ़ा दी गई। सीएम नीतीश कुमार के इस फ़ैसले को किसी भी हाल में कबूल नहीं करेंगे। यह फैसला हिंदू विरोधी मानसिकता का प्रतीक है, इस बात से साफ़ ज़ाहिर होता है कि आपको लगता है कि हिंदू समाज को जातियों में बांटकर वोट ले लेंगे। मुसलमानों को ख़ुश करने के लिए उनके त्योहारों में छुट्टियां बढ़ा देंगे।
बिहार के लोग चुप नहीं बैठने वाले हैं, सड़कों पर आएंगे। इतना ही नहीं अब तो यह भी फ़ैसला कर दिया गया है कि मुस्लिम क्षेत्रों में शुक्रवार को छुट्टी रहेगी। यह एक सेक्यूलर प्रदेश है, यहां हिंदू हो या मुस्लिम सभी जाति धर्म के लोगों के लिए प्रदेश में एक दिन छुट्टी होनी चाहिए। नीतीश सरकार का ये तुगलकी फरमान है, हिंदू विरोधी फ़ैसला है, हिंदुओं की भावनाओं को आघात करने वाला निर्णय है। भरातीय जनता पार्टी इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेगी। हम इसका पुरज़ोर विरोध करते हैं। नीतीश सरकार के इसे वापिस लेने की मांग करते हैं।