गया जिले के लुटुआ थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने हथियार के बल पर असुराइन गांव के पास मंडावर नदी पर पुल निर्माण में लगी कंपनी के मुंशी सहित तीन लोगों को रविवार की शाम अपहरण कर लिया। इसके साथ ही कंपनी से 30 लाख रुपये फिरौती की मांग की है। सोमवार को अपहृत दो लोगों को मुक्त कर दिया गया, जबकि मुंशी नक्सलियों के चंगुल में है। अपहृत मुंशी शहवाज खान झारखंड के धनबाद के रहने वाले हैं।
अपहरण और दो लोगों की मुक्ति की सूचना के बाद सोमवार को घटनास्थल पर एसएसपी आशीष भारती एवं एएसपी अभियान पहुंचे, मौके का मुआयना किया और मुक्त लोगों से पूछताछ की। अपहृत मुंशी की मुक्ति के लिए अधिकारियों से बात की। लुटुआ और असुराईंन गांव के बीच मंडावर नदी पर पांच करोड़ चालीस लाख की लागत से मानपुर की सेलकान कंस्ट्रक्शन निमार्ण करा रही है। मुंशी के साथ अपहृत गार्ड व मजदूर ने पुलिस को बताया कि अपहरण करने वाले तीन व्यक्तियों में से एक ने माओवादी के शीर्ष नेता विवेक होने की बात की थी। 30 लाख रुपये लेवी मांगने की बात भी कही थी।
लुटुआ थानाध्यक्ष सर्वनारायण प्रसाद ने बताया कि नक्सली विवेक द्वारा अपहरण की बात मुक्त गार्ड ने बताया है। घटना को माओवादियों या अन्य गिरोह ने अंजाम दिया है, स्पष्ट नहीं हो रहा है। पूर्व में कभी पुल निमार्ण कंपनी ने नक्सलियों द्वारा लेवी की मांग नहीं की गई है। मामले को लेकर एसएसपी ने नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में अपर पुलिस अधीक्षक अभियान, एसडीपीओ आदिक की सदस्यता वाली एसआइटी गठित की है। इसमें केंद्रीय बलों को भी शामिल किया गया है। गठित टीम लगातार छापेमारी कर रही है।