पटना। प्रदेश क्या जिले से बाहर तक नहीं गए और दूसरे रोगों का उपचार कराने के क्रम में जांच हुई तो कोरोना संक्रमित निकले। एनएमसीएच में गुरुवार को फिर ऐसा ही एक युवक के साथ हुआ। वह दंत रोग विभाग में खराब हो चुके दांत निकलवाने पहुंचा था। स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी को देखते हुए डाॅक्टर ने पहले कोरोना जांच कराने को कहा। गुरुवार को जब उसकी रिपोर्ट आई तो वह कोरोना संक्रमित निकला। 30 वर्षीय युवक पटना सिटी के बाईपास थानान्तर्गत बेगमपुर का निवासी है। दो दिन पूर्व अगमकुआं में रह रही दीघा की 80 वर्षीय वृद्धा मोतियाबिंद की सर्जरी कराने पहुंची थी और जांच में कोरोना संक्रमित निकली थीं। जिले में अब तक तीन कोरोना पाजिटिव मिले हैं, इनमें केवल गर्दनीबाग निवासी युवक केरल से लौटा था और सर्दी-खांसी से पीड़ित था।
एनएमसीएच में माइक्रोबायोलाजी के विभागाध्यक्ष डा. संजय कुमार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि वृद्धा की तरह इस युवक की भी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। 15 दिनों में देश में नए रोगियों की संख्या आठ से बढ़कर लगभग 700 पहुंच गई है। इनमें से 111 मामलों में अधिक प्रसार क्षमता वाले ओमिक्रोन के सब वैरियंट जेएन-1 की पुष्टि हुई है। गुजरात, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, केरल, राजस्थान, तमिलनाड़, तेलंगाना, दिल्ली, मुंबई, झारखंड, मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश तक में कोरोना के मामले मिल रहे हैं। प्रदेश में अब तक छह संक्रमित ही मिले हैं। पटना जिले में एंटी रैपिड किट, आरटी-पीसीआर व ट्रू नैट मिलाकर औसतन 600 से 700 लोगों की जांच हर दिन हो रही है। सरकारी व निजी अस्पतालों में बिना मास्क के प्रवेश नहीं करने देने का निर्देश है, लेकिन कोई इसका पालन नहीं कर रहा है।