पटना: राजद ने अपनी ही पार्टी के विधान पार्षद रामबली चंद्रवंशी की विधान परिषद की सदस्यता रद्द करने के लिए सभापति देवेशचंद्र ठाकुर को पत्र लिखा है। विधान परिषद में विरोधी दल के उप मुख्य सचेतक सुनील सिंह ने पत्र लिख कर सभापति से रामबली चंद्रवंशी की सदस्यता रद्द करने की मांग की है। चंद्रवंशी पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। जिसके चलते राजद ने विधान परिषद की उनकी सदस्यता खत्म करने की मांग की है। अब ये मामला सभापति के अधीन है। और जानकारी के मुताबिक आज रामबली चंद्रवंशी की विधान परिषद की सदस्यता का फैसला हो सकता है कि वो बरकरार रहेगी या फिर जाएगी।
दरअसल रामबली चंद्रवंशी राज्य सरकार द्वारा आरक्षण संशोधन अधिनियम पारित किए जाने के बाद से लगातार अति पिछड़ा वर्ग की तमाम जातियों के अधिकार को लेकर आवाज उठा रहे हैं। और सार्वजनिक मंच से जातीय सर्वे पर सवाल खड़े किए थे। प्रो. रामबली की इन्ही गतिविधियों को लेकर राजद ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। जिसका स्पष्टीकरण देते हुए रामबली चंद्रवंशी कह चुके हैं कि उनके सवालों का समाधान करने के बजाय दूसरी दिशा में मोड़ दिया। लेकिन अति पिछड़ों की लड़ाई लड़ता रहूंगा। आरजेडी राम मनोहर लोहिया से लेकर कर्पूरी ठाकुर तक के विचारों के आधार पर बनी थी। इसलिए वो समाज हित में आवाज उठाते रहेंगे। फिर चाहे पार्टी इसे विरोध ही क्यों न समझे।