पटना। बिहार में नई सरकार बन गई है। नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में फिलहाल 6 नेताओं को मंत्री और 2 को डिप्टी सीएम बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लगे हाथ नीतीश कुमार को बधाई दे दी है। वहीं, बिहार की सियासत में उलटफेर के बाद अब जुबानी जंग भी शुरू हो गई है। लालू परिवार पूरी तरह से हमलावर हो गया है। इसी क्रम में तेजस्वी यादव ने एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे सियासत एक बार फिर से तेज हो गई है। तेजस्वी यादव ने बता दिया कि आखिर मुख्यमंत्री ने उनका साथ क्यों छोड़ा। उन्होंने बता दिया कि मुख्यमंत्री आखिर किस बात से डर रहे थे। तेजस्वी ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को डर लगने लगा था कि एक नौजवान ने कैसे 17 महीने में उतना काम कर दिया, जितना उन्होंने 17 साल में नहीं किया।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने जो हमें मंत्रालय दिया था, चाहे वह शिक्षा हो, खेल हो हमलोग दमदार काम कर रहे थे। लोगों के बीच चर्चा होने लगी। इसी बात को नीतीश कुमार पचा नहीं पा रहे थे कि वे मुख्यमंत्री होकर 17 साल में भाजपा के साथ रहकर डबल इंजन में नहीं कर पाए और ये नौजवान 17 महीने में इतना काम कैसे कर रहा है। वहीं नीतीश कुमार के क्रेडिट लेने वाले आरोप पर तेजस्वी ने करारा जवाब दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि हां, मुख्यमंत्री जी सच बोल रहे हैं। क्यों न लें भाई क्रेडिट। हमारे 79 विधायक हैं। हमें जो मंत्रालय मिला था, उसी में सबसे अधिक काम हुआ। आप देखिए शिक्षा विभाग में कितने लाख लोगों को हमने नौकरी दी। स्वास्थ्य विभाग में नौकरी देने का काम किया। खेल मंत्रालय बनावाया। मेडल लाओ नौकरी पाओ वाली बात किसने लाई।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोग रात-रात में छापा मारने का काम कर रहे थे। इन लोगों ने तो पिछले दो कैबिनेट से लोगों का काम रोक रखा था। हमलोग नीतीश कुमार से काम करवा रहे थे। तेजस्वी ने कहा कि हमलोगों ने विजन दिया। नीतीश कुमार तो थक गए थे। तेजस्वी ने कहा कि आज भले ये लोग वोट ले लें। लेकिन खेला अभी बाकी है और हमलोग जो विजन को लेकर आए थे, उसे लेकर आगे बढ़ेंगे। तेजस्वी ने कहा कि 2024 में जवाब जनता दे देगी। इनकी पार्टी खत्म हो जाएगी।