आरा। भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के गीधा ओपी अन्तर्गत एक गांव में एक राजनीतिक दल के नेता की नाबालिग पुत्री के साथ घटित सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने शनिवार को तूल पकड़ लिया। आक्रोशित लोजपा (पारस गुट) से जुड़े नेताओं और समर्थकों ने सदर अस्पताल गेट के समीप ही बड़ी मठिया -शिवगंज रोड को जाम कर काफी देर विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोग पुलिस पर उदासीनता बरतने का आरोप लगाकर विरोध कर रहे हैं। आरा सदर एएसपी परिचित कुमार एवं इंस्पेक्टर संजीव कुमार समझाने -बुझाने में लगे हैं। इस घटना के बाद सभी आरोपित फरार हैं। एसपी प्रमोद कुमार के निर्देश पर टीम गिरफ्तार के लिए लगी हुई है। पीड़िता का 164 का बयान भी कराने का निर्देश दिया गया है।
14 वर्षीय पीड़िता नौंवी कक्षा में पढ़ती है। पिता ग्रामीण चिकित्सक है और एक राजनीतिक दल में जिला प्रधान महासचिव के पद पर कार्यरत हैं। आरोपित पांच-छह की संख्या में थे। आरोप है कि रात में किशोरी को घर से जबरन उठाकर आलू के खेत में ले गए और उसके साथ सामूहिक रूप से दुष्कर्म कर फेंक दिया। इस दौरान मुख्य आरोपित धनजी के माता-पिता के साथ मारपीट किए जाने की बात आ रही है। हालांकि, एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में मामले संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। अभी डॉक्टर ने भी कुछ स्पष्ट नहीं कहा है। मेडिकल जांच कार्रवाई जा रही है।
इस मामले में पीड़ित लड़की के पिता के बयान पर महिला थानामें एवं आरोपित के जख्मी स्वजन के बयान पर गीधा ओपी में प्राथमिकी की गई है। इधर, घटना को लेकर पीड़िता के पिता ने महिला थाना में धीरज यादव, चंदन यादव वन, विशाल यादव,चंदन यादव टू, प्रिंस यादव एवं रोहित के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी कराई है। हालांकि, किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस स्वजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इधर, पीड़िता के पिता ने बताया कि घर से अपने बड़े पुत्र के साथ गांव में ही शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। बच्ची अपनी मां और एक छोटे भाई के साथ घर में थी। इस दौरान रात नौ बजे पांच-छह की संख्या में आए हथियार बंद बदमाश जबरन घर में घुस गए।
इस दौरान कमरे में अपने छोटे भाई के साथ पढ़ाई कर रही पुत्री को जबरन उठाकर घर से दो किलोमीटर दूर लेकर चले गए। इसके बाद उनकी पत्नी ने फोन कर रोते हुए घटना की जानकारी दी। घटना की सूचना मिलने के बाद पुत्री को गांव में काफी जगह खोजा गया,लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। जब वे लोग पशु मेला बगीचा की ओर गए तो बच्ची को बेसुध हालत में बरामद किया गया। इस वारदात के बाद स्वजनों ने स्थानीय थाना को सूचना दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर हालत में बच्ची को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया, जहां बच्ची का इलाज कराया जा रहा है।
सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बच्ची का स्वाब एवं ब्लड सैंपल लिया गया। पिता ने प्राथमिकी मेें आरोप लगाया है कि घर पर आए आरोपित परिवार को धमकी दे रहे थे कि पार्टी से जुड़े हो और विधायक का रिश्तेदार बनते हो बता देंगे। इस घटना के बाद मुख्य आरोपित धनजी यादव के माता-पिता के साथ मारपीट किए जाने की बात सामने आ रही है। इधर, घटना को लेकर पटना से आई एफएसएल की टीम ने घटना स्थल पर पहुंच साक्ष्य एकत्रित किए। एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि मामला शुरुआती जांच में मामले संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। डाक्टर ने भी कुछ स्पष्ट नहीं कहा है। शुरूआती जांच में यह बात आई है कि जिस धीरज यादव नामक लड़के को मुख्य आरोपित बनाया गया है।
उसके माता-पिता को घर से उठाकर मारपीट की गई है। दूसरी ओर पुलिस लड़की का मेडिकल जांच करवा रही है तथा 164 का बयान कराने के साथ-साथ एफएसएल से जांच करवाई जा रही है। अभी प्रथम दृष्टया छह लड़कों पर प्राथमिक की दर्ज कराई गई है और उनके खिलाफ विधि संगत कार्रवाई की जा रही है। पुलिस मामले को गंभीरता से वरिष्ठ पदाधिकारी की निगरानी में तथ्य के आधार पर जांच कार्रवाई जा रही है ।